सीधी जिले के कवि अरुणेन्द्र चौहान तथा डा.उमेश मिश्र”लखन” ने किया दूरदर्शन में काव्यपाठ
सीधी जिले के कवि अरुणेन्द्र चौहान तथा डा.उमेश मिश्र”लखन” ने किया दूरदर्शन में काव्यपाठ
सीधी। विन्ध्य क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर बघेली बोली में काव्यपाठ का कार्यक्रम मध्यप्रदेश दूरदर्शन के लोकांचल कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को संपन्न हुआ। इस विशेष कार्यक्रम में सीधी जिले के प्रख्यात कवि अरुणेन्द्र सिंह चौहान और डॉ. उमेश मिश्र ‘लखन’ ने अपनी बघेली कविताओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का आयोजन बघेली भाषा के प्रख्यात हास्यकवि रामलखन बाघेल महगना के संयोजन में किया गया, जिसमें विन्ध्य क्षेत्र के पांच कवियों ने हिस्सा लिया। इनमें रामलखन बाघेल महगना, डॉ. उमेश मिश्र ‘लखन’, श्री रामकृष्ण द्विवेदी, अरुणेन्द्र सिंह चौहान, और नीरज निर्मोही ने अपनी अनूठी शैली और अभिव्यक्ति से बघेली भाषा का वैभव प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान कवियों ने विन्ध्य क्षेत्र की लोकसंस्कृति, रीति-रिवाज, और जीवनशैली पर आधारित कविताओं का सजीव चित्रण किया। हास्य, व्यंग्य, और भावनाओं से ओतप्रोत इन कविताओं ने दर्शकों को न केवल आनंदित किया बल्कि बघेली बोली की महत्ता को भी उजागर किया। कार्यक्रम का संचालन कुशलतापूर्वक रामकृष्ण द्विवेदी ने किया। यह विशेष काव्यपाठ बघेली बोली के संवर्धन और प्रसार की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। मध्यप्रदेश दूरदर्शन के लोकांचल कार्यक्रम में इस काव्यपाठ का प्रसारण अगले सप्ताह किया जाएगा, जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में उत्सुकता और गर्व का माहौल है। कार्यक्रम ने न केवल बघेली बोली की प्रतिष्ठा बढ़ाई है, बल्कि विन्ध्य क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को भी राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया है।