Sidhi news: खरीदी केंद्र से होगी 24 लाख की वसूली हनुमत स्व सहायता समूह ने 1200 क्विंटल धान का किया था घोटाला, जाने कहां का है मामला

Sidhi news: खरीदी केंद्र से होगी 24 लाख की वसूली हनुमत स्व सहायता समूह ने 1200 क्विंटल धान का किया था घोटाला, जाने कहां का है मामला
प्रथम न्याय न्यूज़ सीधी। जिले के रामपुर नैकिन तहसील के अंतर्गत धान खरीदी केंद्र बघवार का संचालन कर रही हनुमत महिला स्व सहायता समूह करियाझर से 24 लाख रुपए की वसूली की जाएगी। 1200 क्विंटल कम धान भेजे जाने के कारण नागरिक आपूर्ति विभाग के द्वारा उक्त समूह पर वसूली का आदेश जारी किया है। प्रदेश सरकार ने महिला स्व सहायता समूहों को आर्थिक रूप से संपन्न बनाने के लिए धान एवं गेंहूं खरीदी केंद्र के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी थी। किंतु धान खरीदी केंद्रा का संचालन कर रहे समूह जल्द ही आर्थिक रूप से संपन्न होने की मंशा के चलते किसानों के साथ धोखाधड़ी एवं प्रशासन के साथ छल-कपट करके आर्थिक लाभ लेने का प्रयास किया। किंतु वह प्रयास समूह के लिए सरदर्द बन गया। समूह के द्वारा किए गए कृत्यों के कारण एक तरफ जहां धान खरीदी केंद्र का कमीशन जप्त हो गया वहीं दूसरी ओर समूह के ऊपर 24 लाख की वसूली निकाल दी गई। राशि जमा न करने की स्थिति में पुलिस प्रकरण भी दर्ज हो सकता है।
समूह के सदस्यों पर कभी भी दर्ज हो सकता है मामला
धान खरीदी का संचालन करने वाली हनुमत महिला स्व सहायता समूह करियाझर के सदस्यों पर कभी भी पुलिस प्रकरण दर्ज हो सकता है। हालांकि राजनीतिक दबाव के चलते समूह पर अभी सिर्फ 24 लाख की वसूली निकाली गई है। पुलिस प्रकरण दर्ज करानें का मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। किंतु आने वाले समय में जब राजनीतिक हस्तक्षेप कम होगा तक पुलिस प्रकरण दर्ज हो सकता है। समूह द्वारा किए गए लाखों के घोटालों की फाईल विभाग के पास सुरक्षित रखी हुई है। विभाग को जब भी अवसर मिलेगा तब पुलिस प्रकरण दर्ज करा सकता है। इतने बड़े घोटाले का प्रकरण दो-चार महीने जरूर दबाया जा सकता है लेकिन दस्तावेजों को गायब नहीं किया जा सकता।
समूह के सदस्यों को जमा करनी पड़ेगी वसूली की राशि
बघवार धान खरीदी केंद्र का संचालन कर रहे हनुमत महिला स्व सहायता समूह के अध्यक्ष एवं सचिव व अन्य के द्वारा धान खरीदी में किए गए घोटाले की आंच समूह के अन्य महिला सदस्यों पर भी पड़ेगी। उक्त महिला स्व सहायता समूह की महिला सदस्यों को खरीदी केंद्र के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। अध्यक्ष, सचिव के संबंधीजन खरीदी केंद्र का अपनी देखरेख में संचालन कराते थे।
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धान के बोरो में बालू और भूसी पाए जाने पर अमानक कर दी गई थी धान
ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर में धान के बोरों में बालू व बूसी भरने के चलते गोदाम से बोरों को वापस किए जाने के बाद धान काफी कम हो गई। जिसके कारण 24 लाख की वसूली के निर्देश जारी किए गए हैं। उक्त राशि की भरपाई समूह के अध्यक्ष सचिव सहित सदस्यों को भी करनी पड़ेगी। अन्यथा जेल भी हो सकती है।