Sidhi news: सरपंच के मंसूबों पर प्रशासन ने फेरा पानी, 73 दुकानों को किया गया सीज, भारी तादाद में पुलिस व राजस्व का अमला मौजूद

Sidhi news: सरपंच के मंसूबों पर प्रशासन ने फेरा पानी, 73 दुकानों को किया गया सीज, भारी तादाद में पुलिस व राजस्व का अमला मौजूद।
प्रथम न्याय न्यूज़। सीधी जिले की बहुचर्चित एवं मीडिया की सुर्खियों में रहने वाली बहरी बाजार में बनी दुकानों का आवंटन एक बार फिर से काफी सुर्खियां बटोर रही है क्योंकि स्थानीय जनप्रतिनिधि की तानाशाही रवैया की वजह से व्यापारी एवं आम जनमानस को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और यह दुकानों का आवंटन प्रक्रिया राजनीति और प्रशासन के बीच में फस कर रह गया है।
बहरी सरपंच ने आधी रात को दुकानों को किया था आवंटित
विदित हो कि विगत कुछ वर्षों से बहरी बाजार में बने नवनिर्मित दुकानों का आवंटन भ्रष्टाचार व राजनीति की भेंट चढ़ गया है व्यापारी वर्ग अपना पैसा फसा कर आज विधवा विलाप कर रहे हैं और लाख दो लाख नहीं बल्कि करोड़ों में खेला किया गया है। वही बहरी सरपंच अनुज साहू के द्वारा रात के समय में 73 दुकानों का आवंटन व्यापारियों को किया गया जिसको लेकर अन्य व्यापारियों एवं स्थानीय लोगों के द्वारा आपत्ति की गई। तथा बाजार के आम जनमानस एवं व्यापारियों के द्वारा इसका जमकर विरोध किया गया तथा हंगामा भी किया गया।
पूर्व में दर्ज हो चुका है सरपंच के खिलाफ FIR
बहरी सरपंच अनुज साहू के ऊपर आधी रात को जेसीबी लगाकर दुकान तोड़ने व स्कूल के ताला तोड़ने को लेकर पहले भी खिलाफ हो चुका है दो एफ आई आर दर्ज वही यह मामला शांत हुआ भी नहीं था कि एक बार फिर से सरपंच के द्वारा रात के समय में दुकान आवंटन का मामला गरमा गया।
तहसीलदार ने कराया दुकान को सीज
अबैध तरीके से आवंटित की गई दुकानों एवं ग्रामीणों तथा व्यापारियों की नाराजगी के बाद बहरी तहसीलदार के द्वारा अवैध तरीके से आवंटित की गई 73 दुकानों को भारी तादाद में राजस्व एवं पुलिस अमले की मौजूदगी में सीज करा दिया गया है।
इस कार्यवाही में प्रमुख रूप से तहसीलदार बहरी जान्हवी शुक्ला, आर आई बैजनाथ पाठक, हल्का पटवारी जबाहर गुप्ता, डीएसपी सीधी नारायण कुमरे, थाना प्रभारी बहरी पवन सिंह, सहित राजस्व व पुलिस का अमला भारी संख्या में मौजूद रहा।
वही इस पूरे मामले को लेकर बहरी तहसीलदार जान्हवी शुक्ला का कहना है कि अवैध रूप से दुकानों का आवंटन किया गया था जिसे सीज कर दिया गया है एवं वैधानिक रूप से उसकी नीलामी की जाएगी तब उसे व्यापारियों को आवंटित की जाएगी।