भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने और भड़का दिया है। इस घटना के बाद सीमा पर हालात तेजी से बदल रहे हैं। मंगलवार को भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच हॉटलाइन के जरिए सीधी बातचीत हुई, जिसमें भारतीय पक्ष ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी।
भारत की कड़ी चेतावनी
भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि बिना किसी उकसावे के की जा रही गोलीबारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारतीय सैन्य अधिकारी ने चेताया कि ऐसी हरकतें क्षेत्रीय शांति के लिए गंभीर खतरा हैं और यदि ये जारी रहीं, तो भारत कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर सख्त जवाब देगा।
सीमा पर सतर्क भारत, बढ़ाई गई चौकसी
हमले के बाद भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर निगरानी और गश्त बढ़ा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की आपात बैठक भी हुई, जिसमें सेना को “पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता” देने का निर्णय लिया गया। यह इशारा है कि भारत अब किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
पाकिस्तान की घबराहट
पाकिस्तानी सरकार का कहना है कि भारत अगले 24 से 36 घंटों में सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इस दावे के बाद पाकिस्तान की सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है और सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
एलओसी पर हलचल
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर अपनी कुछ अग्रिम चौकियों को हटा लिया है। यह कदम या तो रणनीतिक बदलाव हो सकता है या फिर संभावित टकराव से बचने की कोशिश।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार के फैसले पर कोई सवाल खड़ा नहीं किया। उन्होंने कहा कि वे अटकलें नहीं लगाते, बल्कि तथ्यों पर बात करते हैं।
भारत पूरी तरह तैयार
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की तैयारियां पाकिस्तान की रणनीतिक अस्थिरता या भ्रम फैलाने की कोशिशों का जवाब हो सकती हैं। फिलहाल, भारत हर संभावित स्थिति से निपटने को पूरी तरह तैयार है।