यूनियन कार्बाइड का 10 टन कचरा 75 घंटे में जलकर राख, रिपोर्ट आने के बाद दूसरा ट्रायल शुरू होगा

भोपाल गैस त्रासदी के 39 वर्ष बाद, पीथमपुर स्थित यूनियन कार्बाइड के रामकी संयंत्र से निकले रासायनिक अपशिष्ट को जलाने का पहला परीक्षण कार्य शाम 5.30 बजे पूरा हो गया। सोमवार से। जिसमें 75 घंटे में 10 टन यूनियन कार्बाइड कचरा जलकर राख हो गया।
मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया कि यूनियन कार्बाइड के 337 मीट्रिक टन रासायनिक कचरे का निपटान पीथमपुर स्थित अपशिष्ट प्रबंधन कंपनी में किया जाएगा। तीन चरणों में 10-10 टन कचरा जलाया जाएगा।
अदालत के निर्देश पर मुकदमे का पहला चरण 27 फरवरी को शुरू हुआ। जिसमें 28 फरवरी को दोपहर 3:00 बजे 10 टन कचरा इंसीनेटर में फेंका गया। कचरे को लगभग 75 घंटे तक जलाया गया और यह प्रक्रिया 3 मार्च को शाम 5:15 बजे पूरी हुई।
परीक्षण का दूसरा चरण आज, 4 मार्च से शुरू होगा। श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया कि पहले चरण में 135 किलोग्राम प्रति घंटे की दर से कचरा जलाया गया। अब दूसरे चरण में कचरा जलाने की दर बढ़ाकर 180 किलोग्राम प्रति घंटा कर दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि पहले चरण की रिपोर्ट आज ही आ जाएगी, जिसके बाद तय होगा कि आज कब कूड़ा जलाया जाएगा। इस रिपोर्ट के आधार पर ही दूसरे चरण के कचरे को जलाने की तैयारी शुरू की जाएगी।