रीवा जिले में मानसून की दस्तक से पहले किसानों को नकली खाद बेचने की बड़ी साजिश को पुलिस और प्रशासन ने समय रहते बेनकाब कर दिया। रविवार देर रात संयुक्त कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक ट्रक को रोका, जिसमें नकली खाद की बड़ी मात्रा छिपाकर ले जाई जा रही थी। साथ ही एक कार में सवार दो संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है।
70 बोरी नकली खाद बरामद, दो गिरफ्तार
एडिशनल एसपी विवेक लाल ने बताया कि लंबे समय से जिले में नकली खाद को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। मुखबिर से सूचना मिलने के बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया और कार्रवाई को अंजाम दिया गया। टीम ने मौके से 70 बोरी नकली खाद जब्त की है।
गिरफ्तार आरोपियों में विकास गुप्ता (24 वर्ष) निवासी वार्ड क्रमांक 12 थाना गढ़, जिला रीवा और महेश प्रजापति (27 वर्ष) निवासी टिकुरिया टोला थाना कोलगवां, जिला सतना शामिल हैं। दोनों आरोपी खाद की यह खेप जिले के विभिन्न इलाकों में खपाने की फिराक में थे।
शुरू हुई बड़ी जांच, गिरोह के खुलासे की उम्मीद
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चोरहटा थाना में मामला दर्ज कर लिया है और पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि यह केवल दो लोगों का काम नहीं, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा गिरोह सक्रिय हो सकता है। पुलिस को संदेह है कि आरोपी लाइसेंसी खाद विक्रेताओं की आड़ में यह पूरा कारोबार चला रहे थे।
यह कार्रवाई न केवल प्रशासन की सतर्कता का परिणाम है, बल्कि किसानों को नकली उत्पादों से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। यदि जांच में गिरोह का पर्दाफाश होता है, तो प्रदेश में चल रहे नकली खाद कारोबार पर करारा प्रहार हो सकता है।