मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध बागेश्वर धाम एक बार फिर हादसे की चपेट में आ गया। मंगलवार सुबह यहां एक धर्मशाला की पुरानी दीवार अचानक ढह गई, जिसमें मलबे के नीचे दबकर एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई जबकि 10 अन्य घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब सभी श्रद्धालु आराम कर रहे थे।
जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया गया। घायलों को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। चार गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को बेहतर उपचार के लिए ग्वालियर रेफर किया गया है।
मृत महिला श्रद्धालु की पहचान
इस दर्दनाक हादसे में मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) के अदलहाट गांव निवासी अनीता देवी खरवार की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि हादसे के वक्त वे धर्मशाला में सो रही थीं, तभी अचानक दीवार गिर पड़ी और वे मलबे के नीचे दब गईं।
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बारिश बनी हादसे की वजह
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, श्रद्धालु बागेश्वर धाम के दर्शन कर पास के गढ़ा गांव में एक ढाबे के पास रुके थे। इस दौरान अचानक तेज बारिश शुरू हो गई, जिससे धर्मशाला की जर्जर दीवार गिर पड़ी।
पहले भी हो चुका है हादसा
यह घटना पांच दिन पहले बागेश्वर धाम में हुए एक अन्य हादसे की याद दिलाती है। 3 जुलाई को यहां तेज बारिश के कारण एक टेंट गिर गया था। आरती के बाद श्रद्धालु बारिश से बचने के लिए टेंट के नीचे खड़े थे, तभी लोहे का एंगल गिरा और एक श्रद्धालु की मौत हो गई थी। उस हादसे में भी कई लोग घायल हुए थे।
लगातार हादसों से चिंता में श्रद्धालु
बीते पांच दिनों में बागेश्वर धाम में दो बड़े हादसे हो चुके हैं — एक में टेंट गिरने से मौत और अब दीवार ढहने से एक और जान चली गई। इन घटनाओं के कारण श्रद्धालुओं के मन में डर और चिंता का माहौल बन गया है। प्रशासन की ओर से हादसों की जांच शुरू कर दी गई है और पुराने निर्माणों की सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है।