आईएएस अधिकारी जो कभी रेलवे स्टेशन में करता था कुली का काम, आप भी पढ़ें संघर्ष की कहानी
IAS की सफलता की कहानियां: आईएएस अधिकारी जो कभी रेलवे स्टेशन में करता था कुली का काम, आप भी पढ़ें संघर्ष की कहानी।
आपने अक्सर देखा होगा कि लोगों को सफलता न मिलने की कई शिकायतें होती हैं, ज्यादातर लोग संसाधनों की कमी को अपनी असफलता का कारण बताते हैं। उनका मानना है कि अगर उनके पास सभी सुख-सुविधाएं होतीं तो वे जीवन में बेहतर कर सकते थे।
जैसा कि कहा जाता है – कौन कहता है कि सफलता किस्मत से ही तय होती है, हौसला हो तो किस्मत अपने आप झुक जाती है।
एर्नाकुलम स्टेशन पर कुली के रूप में काम करना उस युवक का दृढ़ संकल्प था जिसने पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ अपना भाग्य खुद लिखा और यूपीएससी परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
कुछ साल पहले कुली का काम करने वाले एक शख्स ने आईएएस ऑफिसर बनकर दुनिया में सफलता की नई मिसाल कायम की है।
संसाधनों की कमी को सफलता के रास्ते में न आने दें
आपने अक्सर देखा होगा कि लोगों को सफलता न मिलने की कई शिकायतें होती हैं, ज्यादातर लोग संसाधनों की कमी को अपनी असफलता का कारण बताते हैं। उनका मानना है कि अगर उनके पास सभी सुख-सुविधाएं होतीं तो वे जीवन में बेहतर कर सकते थे।
लेकिन श्रीनाथ को इसकी कोई शिकायत नहीं थी। आपदा को अवसर में बदलकर उन्होंने नया मुकाम हासिल किया। उन्होंने कभी भी संसाधनों की कमी को अपनी सफलता के आड़े नहीं आने दिया।
बिना कोचिंग के यूपीएससी का काेला जीत लिया
संघ लोक सेवा आयोग की इस परीक्षा को पास करने के लिए हर साल लाखों उम्मीदवार अपना भाग्य आजमाते हैं। इसके लिए वे बड़े कोचिंग संस्थानों में लाखों रुपए खर्च करते हैं और साल दर साल तैयारी करते हैं।
लेकिन मूल रूप से केरल के रहने वाले श्रीनाथ ने एक रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करते हुए न केवल बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी की परीक्षा पास की, बल्कि इससे पहले केरल लोक सेवा आयोग की परीक्षा भी पास की।
रेलवे में फ्री वाई-फाई का सही इस्तेमाल
श्रीनाथ कोचिंग सेंटर की फीस नहीं दे सकते थे और उनके मन में एक ही बात थी कि कोचिंग सेंटर के बिना वे इस कठिन परीक्षा को क्रैक नहीं कर पाएंगे। यही वजह है कि उन्होंने केपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
रेलवे स्टेशन पर फ्री वाईफाई ने उनके मुश्किल सफर को आसान बना दिया। इस वाई-फाई से वह अपने स्मार्ट फोन पर पढ़ाई करने लगा।
यह फ्री वाईफाई उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं था। वह यहां कुली का काम करता था और जब भी समय मिलता वह ऑनलाइन लेक्चर सुनता था। अपनी लगन और मेहनत के दम पर श्रीनाथ ने केपीएससी में सफलता हासिल की।
यहीं से उन्हें विश्वास हो गया कि वे फ्री वाई-फाई की मदद से यूपीएससी की परीक्षा भी क्रैक कर सकते हैं। और उसने कर दिखाया।
तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने तारीफ की थी
कुली श्रीनाथ को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर ट्वीट कर शुभकामनाएं बधाई दी।
गोयल ने लिखा कि केरल में रेलवे के फ्री वाई-फाई में कुली के तौर पर काम करने से श्रीनाथ की जिंदगी में बड़ा बदलाव आया।
उन्होंने स्टेशन पर उपलब्ध वाई-फाई का उपयोग कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की और पास हुए, मैं उन्हें उनकी सफलता के लिए बधाई देता हूं और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।