खून में बहने वाली शुगर को सोख लेगी ये सफेद जड़ी बूटी, डायबिटीज भी होगी कंट्रोल में
अगर आपका मधुमेह बिगड़ जाता है, तो एक देशी जड़ी बूटी आपके लिए बहुत फायदेमंद होगी। इस सफेद हर्ब में शुगर सोखने की अद्भुत क्षमता होती है।
DNA Hindi: डायबिटीज में ब्लड शुगर को सैयम पाना आसान नही होता है. कभी-कभी मधुमेह इतना खराब हो जाता है कि इंसुलिन या दवाएं भी इसे नियंत्रित करने में विफल हो जाती हैं, ऐसे में एक सफेद जड़ी बूटी आपका अमृत बन सकती है।
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यह सफेद जड़ी बूटी है सफेद मूसली। सफेद मूसली रक्त शर्करा के स्तर को कम करके मधुमेह का प्रबंधन करने में मदद कर सकती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो अग्न्याशय को नुकसान से बचाते हैं और साथ ही यह इंसुलिन के स्तर को सुधारने में मदद करता है। आयुर्वेदिक शास्त्रों में सफेद मूसली को और भी कई बीमारियों की अजेय औषधि बताया गया है।
पोषक तत्वों से मूसली भरपूर होती है।
सफेद मूसली को इन दिनों सुपरफूड के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है। दरअसल इसका कारण सफेद मुक्ली में मौजूद पोषक तत्व होते हैं। सफेद मूसली के फायदों में प्रोटीन की अच्छी मात्रा शामिल है। इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटैशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व भी मिलते हैं।
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मूसली डायबिटीज में क्यों फायदेमंद है
सफ़ेद मूसली में उल्लेखनीय हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं जो रक्त से शर्करा को अवशोषित करते हैं और इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं। इसमें एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं, जो अग्न्याशय की मरम्मत करते हैं और इंसुलिन के स्तर में सुधार करते हैं।
गठिया के लिए सुरक्षित मूसली
सफेद मूसली सैपोनिन्स में सूजन-रोधी और गठिया-रोधी गुण होते हैं। यह हिस्टामाइन और प्रोस्टाग्लैंडिंस जैसे भड़काऊ मध्यस्थों के खिलाफ कार्य कर सकता है, जो गठिया के रोगियों में दर्द और सूजन का कारण बनता है।
कैंसर से लड़ने में मददगार
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो जरूरत से ज्यादा बढ़ने पर जानलेवा भी हो सकती है ऐसे में सफेद मूसली के नियमित सेवन से खतरनाक कैंसर कोशिकाएं नहीं बढ़ेंगी और इस बीमारी से लड़ने में मदद मिलेगी।