सिहावलसीधी

फूड इंस्पेक्टर ने पकड़ी उपार्जन केंद्र में अवैध धान लेकिन फिर भी नहीं हुई कोई कार्यवाही, खड़े हो रहे तरह-तरह के सवाल

अमर द्विवेदी सिहावल। सीधी जिले के साथ-साथ पूरे मध्यप्रदेश में इन दिनों किसानों से समर्थन मूल्य पर उपार्जन केंद्र में धान खरीदी का कार्य जारी है जो आगामी 16 जनवरी तक होगा वही विगत रविवार को निरीक्षण के दौरान फूड इंस्पेक्टर ने धान से लदी कैंपर को संदिग्ध अवस्था में देखा तथा उसे रुकवाया जहां उसके पास किसी भी प्रकार के बगैर कागजात नहीं थे।

कैंपर वाहन को पकड़ा लेकिन नहीं कि कोई कार्यवाही

विदित हो कि 1 जनवरी 2023 दिन रविवार को निरीक्षण के दौरान उपार्जन केंद्र चितांग से कुछ दूरी पर एक संदिग्ध अवस्था में कैंपर वाहन को फ़ूड अधिकारी रघुवंश मणि शुक्ला द्वारा रुकवाया गया जिसमें उन्हें कुछ ऐसा प्रतीत हुआ कि यह धान संदिग्ध है पूछताछ पर पता चला कि यह एक किसान की धान है।

श्री शुक्ला के द्वारा यह बताया गया है कि हमारे द्वारा जब वाहन चालक से पूछा गया तो उसने किसी भी प्रकार के वैध दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाए जिसकी वजह से हमने उपार्जन केंद्र चितांग में कैंपर वाहन क्रमांक MP53GA5398 को खड़ा करवा दिया।

फूड इंस्पेक्टर ने पकड़ी उपार्जन केंद्र में अवैध धान लेकिन फिर भी नहीं हुई कोई कार्यवाही, खड़े हो रहे तरह-तरह के सवाल

अब सवाल यह उठता है कि अगर किसान अपने घर से उपार्जन केंद्र के लिए धान लेकर आ रहा है तो उसे किस दस्तावेज की आवश्यकता होगी जबकि धान उपार्जन का कार्य ऑनलाइन हो रहा है इसके बावजूद भी श्री शुक्ला के द्वारा बीच रास्ते में कैम्पर वाहन को खड़ा करवाया गया था उससे पूछताछ की गई एवं बाद में उसे उपार्जन केंद्र में खड़ा करवा दिया गया। ऐसे में क्षेत्र में लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है कि कहीं न कहीं मैनेजमेंट के कारण यह पूरा खेल हुआ है। वही एक स्थानीय व्यक्ति ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि फ़ूड अधिकारी के द्वारा यह जो कैंपर वाहन में लगी धान पकड़ी गई थी यह एक व्यापारी की थी तथा यूपी से लाई गई थी जहां उसे रविवार के दिन उपार्जन केंद्र में लाया जा रहा था क्योंकि रविवार के दिन किसानों से खरीदी का कार्य नहीं होता है ऐसे में यह भी सवाल खड़ा होता है कि किसान आखिर रविवार को अपनी धान लेकर कैसे आ सकते हैं।

यूपी की धान है प्रतिबंधित तो फिर कैसे पहुंची चितांग

धान खरीदी का कार्य शुरू होने से पहले ही प्रशासन के द्वारा मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश सीमा के बीच कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई थी ताकि किसी भी प्रकार के बिचौलियों की धान उपार्जन केंद्र तक न पहुंच पाए ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि यह धान यहां तक कैसे पहुंची।

अब देखना दिलचस्प होगा कि खबर प्रकाशन के बाद क्या प्रशासन किसी भी प्रकार की जांच पड़ताल करता है या फिर यह पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा हालांकि इस पूरे मामले में दाल में काला नहीं बल्कि पूरी की पूरी दाल ही काली है।

इनका कहना है

हमारे द्वारा रास्ते में कैंपर वाहन को पकड़ा गया जिसमें किसी भी प्रकार का वह दस्तावेज नहीं पाया गया तथा उसमें किसान भी नहीं था बाद में वह किसान आया और बताया कि वह मेरी धान है इसलिए उसे छोड़ दिया गया है।

फूड इंस्पेक्टर रघुवंशमणि शुक्ला

फूड इंस्पेक्टर को द्वारा एक गाड़ी पकड़ी गई थी।

फूड इंस्पेक्टर के द्वारा एक गाड़ी पकड़ी गई थी जो बाद में उसे उपार्जन केंद्र में खड़ा करा दिया गया।

बाबूलाल पटेल समिति प्रबंधक चितांग

फूड इंस्पेक्टर ने पकड़ी उपार्जन केंद्र में अवैध धान लेकिन फिर भी नहीं हुई कोई कार्यवाही, खड़े हो रहे तरह-तरह के सवाल
समिति प्रबंधक बाबूलाल पटेल

 

 

 

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