फ्री बोरिंग योजना : किसान के खेत में बोरिंग का काम करेगी सरकार, तुरंत करें ऑनलाइन आवेदन

फ्री बोरिंग योजना : किसान के खेत में बोरिंग का काम करेगी सरकार, तुरंत करें ऑनलाइन आवेदन
फ्री बोरिंग स्कीम सब्सिडी: किसानों की मदद के लिए सरकार ने किसानों की जमीन पर बोरिंग कराने का फैसला किया है। इसके लिए सरकार किसानों को बंपर सब्सिडी दे रही है। आगामी चुनाव से पहले सरकार किसानों के लिए लाभकारी योजनाओं की घोषणा कर रही है। इसी कड़ी में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने हेतु इस वर्ष भी मुफ्त बोरिंग योजना की घोषणा की है. इस योजना के तहत किसानों को उनके खेतों में बोरिंग के लिए भारी सब्सिडी दी जाएगी ताकि किसानों को खरीफ सीजन में अपनी फसलों की सिंचाई करने में किसी भी प्रकार की परेशानी को मद्दे नजर रखते हुए किसानों की मदद के लिए इस योजना की घोषणा राज्य सरकार द्वारा की गई।
फ्री बोरिंग योजना के तहत कितनी सब्सिडी मिलती है?
सामान्य वर्ग के लघु कृषकों को खेत में बोरिंग कार्य करने पर 3000 रुपये की अनुदान राशि दी जायेगी। साथ ही किसानों को पंप सेट लगाने के लिए 2800 रुपये का अनुदान भी दिया जाएगा।
वहीं सामान्य वर्ग के सीमांत कृषकों को बोरिंग कार्य करने पर 4000 रुपये अनुदान व पम्पसेट लगाने पर 3750 रुपये अनुदान दिया जायेगा.
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसानों को बोरिंग कार्य करने पर 6000 रुपये दिये जायेंगे . वहीं अगर हम बात करें पंपसेट की तो उसके लिए बताओ सब्सिडी 5650 रुपए प्रदान किए जाएंगे।
मुफ्त बोरिंग योजना के लिए नियम शर्तें वह पात्रता क्या है?
बोरिंग योजना लाभ प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश का किसान को मूल निवासी हूं ना अनिवार्य है।
उत्तर प्रदेश राज्य के छोटे और सीमांत कृषक इस योजना से वंचित माने जाएंगे।
जनरल ओबीसी एचडी जस्सी सभी कृषक मुफ्त बोरिंग योजना लाभ प्राप्त करने के पात्र माने जाएंगे।
इस योजना से लाभान्वित होने के लिए जनरल कैटेगरी के कृषक भाइयों के पास न्यूनतम 0.2 हेक्टेयर खेती योग्य होनी चाहिए।
किसी भी किसान के पास 0.2 हेक्टेयर की जमीन ना होने की स्थिति में आपस में समूह बनाकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
वही SC,ST के अंतर्गत आने वाले किसानों के लिए कोई भी सीमा निर्धारित नहीं की गई है।
इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को दिया जाएगा जो किसान पूर्व में किसी भी योजना द्वारा लाभान्वित नहीं हो सके हैं।
इस योजना से लाभान्वित होने के लिए जनरल कैटेगरी के कृषक भाइयों के पास न्यूनतम 0.2 हेक्टेयर खेती योग्य होनी चाहिए।
किसी भी किसान के पास 0.2 हेक्टेयर की जमीन ना होने की स्थिति में आपस में समूह बनाकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
वही SC,ST के अंतर्गत आने वाले किसानों के लिए कोई भी सीमा निर्धारित नहीं की गई है।
इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को दिया जाएगा जो किसान पूर्व में किसी भी योजना द्वारा लाभान्वित नहीं हो सके हैं।
मुफ्त बोरिंग योजना आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज कुछ इस प्रकार हैं।
आवेदक किसान का आधार कार्ड
आवेदक किसान का पैन कार्ड
आवेदक किसान का आय प्रमाण पत्र
फार्म के दस्तावेज जिनकी खसरा खतौनी कॉपी है।
बैंक पासबुक की प्रति जो आमतौर पर खाता विवरण के लिए अनिवार्य है।
कृषक का फोन नंबर उनके आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
ST, SC आवेदक के लिए उनका जाति प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
मुफ्त बोरिंग योजना के लिए आवेदन कैसे करना है?
मोस्ट बोरिंग योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए कृषक भाइयों को आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार पूर्ण करना होगा।
सबसे पहले आपको अपने सिस्टम में जाकर इस योजना के आधिकारिक वेबसाइट को खोलना होगा जो कि हम ख़बर के अंत में आपको लिंक दे देंगे।
आपके सिस्टम में होम पेज पर आपको नया नाम का एक ऑप्शन दिखाई देगा इसको आपके द्वारा सेलेक्ट करने पर कई ऑप्शन दिखाई देंगे।
यहां पर आपको पहुंचते ही डाउनलोड का ऑप्शन दिखाई देगा जिसको सेलेक्ट करना है।
जैसे ही आप इस ऑप्शन को सिलेक्ट करेंगे तत्पश्चात श्री बोरिंग योजना का फॉर्म खुलकर आपके सामने आ जाएगा।
तत्पश्चात फार्म को डाउनलोड करके इसका प्रिंट आउट निकाल ले और इसमें पूछी गई आपकी सारी जानकारी सही-सही भरें।
फॉर्म को ठीक से भरकर इस फॉर्म को प्रखंड विकास पदाधिकारी, तहसील या लघु सिंचाई विभाग के पास जमा करा दे।
इस तरीके को अपनाकर मुफ्त बोरिंग योजना की आवेदन प्रक्रिया आपके द्वारा पूर्ण कर ली जाएगी।