ब्रेकिंग न्यूज बेटी के सामने मां को मारी गोली तड़पती मां ने तोड़ा दम ये थी वजह

खून से लथपथ मम्मी तड़प रही थी बेटी ने बताई मां के मर्डर की आंखों देखी बोली- पापा ने गोली मार दी
गोली की आवाज आई तो हम जागे, देखा तो खून से लथपथ पड़ी मां तड़प रही थी। पापा ने उन्हें गोली मार दी। हमने उनके जख्म पर कपड़ा बांधा और अस्पताल ले गए। लेकिन मां ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।’
हत्या की ये वारदात सागर जिले के देवरी के गोपालपुरा गांव की है। 16 साल की बेटी ने उस रात का वो मंजर बताया, जिसे शायद वो कभी ना भूल सकेगी।
सबसे पहले हत्या की इस वारदात को जान लीजिए
मामला सागर जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर देवरी के गोपालपुरा गांव का है। यहां अनीता रैकवार (45) अपने पति बलराम रैकवार (48) के साथ रहती थी। उनका 14 साल का बेटा और 16 साल की बेटी है। बलराम रैकवार गांव के ही दिनेश राजपूत के खेत में फसलों की रखवाली का काम करता था। वह परिवार के साथ खेत में झोपड़ी में रहता है। वह शराब पीने का आदी था।
रविवार रात मृतक अनीता अपने दोनों बच्चों के साथ झोपड़ी में सोई थी। अलसुबह करीब 3 बजे बलराम नशे में धुत होकर घर पहुंचा। यहां वह और शराब पीने लगा। अनीता ने मना करते हुए खाना खाने के लिए कहा। इसी बात पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। उसने पत्नी की जमकर पिटाई की। गुस्से में बलराम ने बंदूक से अनीता को गोली मार दी। गोली अनीता के बांये पैर में लगी। इससे पैर के चिथड़े उड़ गए। गोली चलने की आवाज सुनकर बेटी-बेटा भी जाग गए। खून ज्यादा बहने से अनीता की मौत हो गई। इधर वारदात के बाद आरोपी भाग गया। हालांकि दोपहर में पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है।
16 साल की बेटी ने सुनाई आंखों देखी
मैं, भाई और मां खेत में बनी झोपड़ी में सो रहे थे। अलसुबह के करीब 3 बजे होंगे। पापा शराब पीकर आए। आते ही उन्होंने गाली-गलौज शुरू कर दी। आकर और शराब पीने लगे। मां ने खाना खाने के लिए बोला। शराब पीने से मना किया। इसी बात पर झगड़ा होने लगा। पापा ने मम्मी को बुरी तरह पीटा। पापा ने बंदूक उठाई और मम्मी को गोली मार दी। शोर सुनकर हम लोग जाग तो गए थे, लेकिन रजाई सिर पर ओढ़कर लेटे रहे। हिम्मत नहीं हुई। हमें भी पापा मारते।
ये नहीं सोचा था कि पापा मम्मी को गोली मार देंगे। गोली की आवाज सुनकर हम एकदम से उठ गए। देखा तो मम्मी जमीन पर पड़ी थी। बायें पैर से खून बह रहा था। मम्मी तड़प रही थी। हम घबरा गए। मदद के लिए चिल्लाए, लेकिन वहां कोई नहीं था। हम लोगों से जो बना हमने किया। मां के हाथ-पैर मले, लेकिन कुछ नहीं हुआ। जख्म पर कपड़ा भी बांधा, लेकिन खून बंद नहीं हो रहा था। पापा खेतों में से होकर गौरझामर की ओर चले गए। हमने खेत मालिक दिनेश राजपूत को फोन लगाकर बुलाया। वे भी रात को ही आ गए। मम्मी को अस्पताल ले गए। रास्ते में मीरा ढाबे के पास मम्मी ने दम तोड़ दिया।
आए दिन करते थे पिटाई
इससे पहले भी पापा अक्सर मम्मी के साथ मारपीट करते रहते थे। हम लोगों को भी पीटते थे। एक बार मम्मी के साथ मारपीट करने पर मैंने थाने में पापा की शिकायत कर दी थी। इसके बाद पापा जेल भी चले गए थे। हमने सोचा कि वे सुधर जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आखिर में उन्होंने मम्मी को जान से ही मार डाला।
एक महीने पहले ही खेत पर रहने आए थे
बलराम परिवार के साथ ग्राम सिलारी में रहता था। करीब एक महीने पहले ही वह गोपालपुरा में दिनेश राजपूत के खेत पर रखवाली करने गया था। खेत पर बनी झोपड़ी में ही परिवार के साथ रहता था। आरोपी के पास बंदूक नहीं थी, लेकिन झोपड़ी में उसके पास बंदूक कहां से आई, इसकी पुलिस जांच कर रही है।
डॉग स्क्वॉड से खेत में की सर्चिंग
पुलिस को संदेह है कि बलराम ने वारदात में प्रयोग की गई बंदूक कहीं फेंक दी है। मामले में एफएसएल व डॉग स्क्वॉड की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने हत्या से जुड़े साक्ष्य जुटाए। वहीं, खेत में पुलिस डॉग से सर्चिंग की गई।
समय पर इलाज मिलता तो बच सकती थी जान
वारदात रात करीब 3 बजे की है। वारदात के बाद घायल मां को बच्चे संभालते रहे। आसपास कोई मदद करने वाला नहीं था। सुबह करीब 5 बजे उसे अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक दम तोड़ दिया। गोली लगने से अधिक खून बहने के कारण अनीता की मौत हो गई। यदि समय पर उसे अस्पताल पहुंचाया जाता, तो शायद जान बच सकती थी। सुबह करीब 8 बजे पुलिस को घटना की सूचना मिली।
देवरी थाना प्रभारी उपमा सिंह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया है। हत्या का केस दर्ज कर आरोपी बलराम को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।