राजनीति

भारत जोड़ो यात्रा के रास्ते में शेर 10 किमी का खतरनाक जंगल कैसे पार करेंगे राहुल देखें कैसे पार बड़ी चुनौती

10 किमी का खतरनाक जंगल, कैसे पार करेंगे राहुल कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स से मिलेंगे, गांधी नेहरू पटेल की अनोखी मूर्ति देखेंगे 

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में प्रवेश करने जा रही है। 2300 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर राहुल गांधी की यात्रा मध्यप्रदेश बॉर्डर पर चवली से राजस्थान में प्रवेश करेगी। झालावाड़ जिले की झालरापाटन विधानसभा से एंट्री करने के बाद राहुल कोटा जिले में पहुंचेंगे। कोटा राहुल की राजस्थान यात्रा में पड़ने वाला एक मात्र संभागीय मुख्यालय और सबसे बड़ा शहर है।

राजस्थान कांग्रेस ने कोटा में राहुल गांधी के स्वागत की तैयारियां की हुई है, लेकिन झालावाड़ से कोटा के बीच राहुल गांधी को जंगल की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। झालावाड़ से निकलने के बाद रास्ते में दरा के आसपास लगभग 10 किलोमीटर तक राहुल गांधी पैदल नहीं चल पाएंगे। इस रास्ते से राहुल गांधी और अन्य भारत यात्रियों को अपने कंटेनर और गाड़ियों में ही सफर तय करना होगा।

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जगपुरा में नाइट स्टे 

अपने डेली रूटीन के बाद राहुल कोटा शहर से पहले जगपुरा में नाइट स्टे करेंगे। यहां राहुल के रुकने की व्यवस्थाएं पूरी हो चुकी हैं। जहां राहुल रुकेंगे उसके नजदीक सड़क बन चुकी है। डिवाइडर भी बना दिए गए हैं। चारों ओर लाइटें और कैमरे भी लगा दिए गए हैं। यहां रुकने के बाद राहुल आशापूर्ण हनुमान मंदिर में दर्शन कर कोटा शहर में प्रवेश करेंगे।

कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स से डिस्कशन कर सकते हैं राहुल 

कोटा में कांग्रेस ने राहुल गांधी का एक सेशन कोचिंग स्टूडेंट से कराने की तैयारी की है। कोटा को देश में कोचिंग हब के रूप में जाना जाता है। ऐसे में कांग्रेस की कोशिश है कि यहां राहुल गांधी कोचिंग स्टूडेंट्स से इंटरेक्शन करें। युवाओं में पकड़ मजबूत करने और कांग्रेस और उसकी विचारधारा से जोड़ने के उद्देश्य से यह कोशिश की जा रही है। राहुल लगातार युवाओं, स्कूल-कॉलेज स्टूडेंट्स से इंटरेक्शन करते रहते हैं

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गांधी-नेहरू-पटेल की मूर्ति देखेंगे राहुल 

कोटा में राहुल गांधी को उस जगह ले जाया जाएगा, जहां महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल तीनों के एक साथ बैठे हुए मूर्ति बनाई गई है। यहां राहुल से इन मूर्तियों का माल्यार्पण कराया जाएगा। वहीं राजीव गांधी की लैपटॉप हाथ में लेकर बैठे हुए की तस्वीर पर भी राहुल गांधी माला अर्पित करेंगे। इसके लिए जयपुर से सूत की माला मंगाई जा रही है।

कोटा का विकास दिखाने के लिए शहर से गुजारेंगे यात्रा

राहुल गांधी की यात्रा राजस्थान में ज्यादातर बाहरी इलाकों से ही गुजरेगी, लेकिन कोटा में इसे शहर के बीच से गुजारा जाएगा। इसकी वजह राहुल गांधी को वो विकास दिखाना है, जो शांति धारीवाल के यूडीएच मंत्री रहते कोटा में किया गया है। इस बहाने राहुल को गुड गवर्नेंस दिखाने का प्रयास भी होगा। इसी के चलते राहुल को कोटा शहर के अंदर से गुजारा जा रहा है। इसके बाद उम्मेद सिंह स्टेडियम में राहुल को लंच कराया जाएगा। यहां से राहुल नोरदन बाइपास होते हुए बूंदी के केशवरायपाटन चले जाएंगे।

कोटा की चार विधानसभाओं से गुजरेंगे 

राजस्थान में प्रवेश होने के बाद झालावाड़ जिले में जहां यात्रा सिर्फ झालरापाटन विधानसभा से गुजरेगी। वहीं दूसरी ओर कोटा में यह चार विधानसभाओं से गुजरेगी। इनमें रामगंज मंडी, लाडपुरा, कोटा उत्तर और कोटा दक्षिण शामिल हैं। इनमें सिर्फ कोटा उत्तर को छोड़ बाकी तीनों सीटों पर BJP काबिज है। वहीं कोटा उत्तर से UDH मंत्री शांति धारीवाल विधायक हैं। कोटा से बूंदी की केशवरायपाटन विधानसभा में यात्रा जाएगी। यहां भी BJP ही काबिज है।

न ओवरब्रिज-न अंडरपास, हर 15 मिनट में ट्रेन 

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यात्रा के दौरान राहुल के लिए अगली चुनौती सवाईमाधोपुर में रहेगी। कोटा से सवाईमाधोपुर के बीच पापड़ी रेलवे फाटक है। राहुल की यात्रा यहीं से होकर गुजरेगी। उनकी यात्रा में यह एकमात्र ऐसी जगह है, जहां रेलवे लाइन के ऊपर से उन्हें गुजरना पड़ेगा। यहां न तो ओवरब्रिज है और न ही कोई अंडरपास।

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जिस जगह से यह फाटक गुजर रहा है वह दिल्ली-मुम्बई रेलवे लाइन है। यहां से दिल्ली, आगरा, जयपुर सहित अन्य जगहों से ट्रेनें कोटा, एमपी और फिर मुम्बई के लिए जाती हैं। यहां से हर 15 मिनट में कोई न कोई ट्रेन गुजरती है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि जब राहुल की यात्रा यहां पहुंचेगी और उस दौरान अगर रेलवे फाटक बंद हुआ तो क्या राहुल की यात्रा कुछ देर यहां रुकेगी या फिर उस दौरान ट्रेनों को रोका जाएगा

लम्बे समय से नहीं बन सका है फ्लाई ओवर 

यहां रेलवे लाइन के ऊपर फ्लाई ओवर बनना है। इसका काफी काम भी हो चुका है। मगर यह फ्लाई ओवर पूरा अब तक नहीं हुआ है। सालों से इसका काम चल रहा है। ऐसे में राहुल के रूट पर यह एकमात्र ऐसा फाटक है जहां फ्लाई ओवर नहीं है। जानकारों का कहना है कि हो सकता है इसके चलते उस हिस्से पर रूट में कुछ बदलाव किया जाए या किसी और रास्ते से गुजरा जाए। 

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