रीवा के देवलहा जलप्रपात में SDRF जवान ने 500 फीट से लगाई छलांग जाने क्या है सच
रीवा के देबलहा जलप्रपात 500 फीट की ऊंचाई से सिलेंडर लेकर उतारा SDRF का जवान
रीवा जिले के देवलहा जलप्रपात के पास 6 दिसंबर की दोपहर से लापता हुए युवक को खोजने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। पुलिस-प्रशासन की मांग पर 7 दिन बाद जबलपुर से SDRF पहुंची है। दावा है कि SDRF के जवान ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर 500 फिट नीचे गहरे प्रपात पर उतर गए है। इसके बाद पांच सदस्यीय टीम कुंड के अंदर सर्च ऑपरेशन चला रही है।
क्या होता है ड्रिप ड्राइव रेस्क्यू
एसडीआरएफ के प्रभारी शंभू पांडे ने बताया कि ड्रिप ड्राइव रेस्क्यू ऑपरेशन पानी के अंदर या गहरे कुंड पर किया जाता है। जैसे गुजरात के मोरबी हादसे के समय एनडीआरएफ ने किया था। उसी की तर्ज पर जबलपुर और भोपाल एसडीआरएफ को ड्रिप ड्राइव प्रशिक्षण दिया गया है। जो ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे रस्सियों की मदद से कुंड पर उतरेंगे।
पहली बार रीवा में ड्रिप ड्राइव रेस्क्यू
नईगढ़ी थाना प्रभारी उपनिरीक्षक जगदीश सिंह ठाकुर ने बताया कि रीवा जिले में पहली बार ड्रिप ड्राइव रेस्क्यू किया जा रहा है। इसके पहले कभी नहीं किया गया है। एसपी नवनीत भसीन ने होमगार्ड हेड क्वार्टर भोपाल से ड्रिप ड्राइव रेस्क्यू की डिमांड भेजी थी। जिसको स्वीकार कर लिया है। टीम में जबलपुर SDRF के 5 और रीवा SDRF के 8 जवान शामिल है।
अब जान लीजिए पूरा मामला
6 दिसंबर की दोपहर करीब 1 बजे से रंजीत साकेत 25 वर्ष निवासी पथरौड़ा कला लापता है। परिजनों ने कहा है कि पत्नी से विवाद के बाद युवक को देवलहा जलप्रपात की ओर अंतिम बार भागते हुए देखा गया है। ऐसे में आशंका है कि वह घाटी की गहरी खाई में कूद गया है। पुलिस के मुताबिक पति और पत्नी का घरेलू कलह को लेकर दो दिन से विवाद चल रहा था।
कहते है पहले पत्नी अपने पति से नाराज होकर घर से कुछ दूरी तक चली गई। हालांकि कुछ देर बाद लौट आई। इसके बाद रंजीत मंगलवार की दोपहर विवाद के बाद जलप्रपात की ओर दौड़ लगा दी। लेकिन वह लौट कर नहीं आया। तब से रंजीत लापता है। पथरौड़ा कला गांव से देवलहा जलप्रपात की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है। ऐसे में परिजनों को प्रपात में गिरने की आशंका है।
पुलिस का दावा है कि जलप्रपात में कूदते हुए युवक को किसी ने देखा नहीं है। सिर्फ आशंका जताई जा रही है। प्राथमिक जांच में कहीं भी कूदने के निशान नहीं मिले है। जलप्रपात पानी से लबालब है। वहीं दूसरी तरफ लापता युवक के परिजन पुलिस पर आक्रोश जता रहे है। ऐसे में 7 दिन बाद पुलिस ने जबलपुर एसडीआरएफ से ड्रिप ड्राइव रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया है।