रीवा के APSU स्टेडियम में मुरैना के अनुज सविता ने एक पारी में लिए 10 विकेट व हैट्रिक

MPCA की MM जगदाले ट्रॉफी मुरैना के अनुज सविता ने एक पारी में लिए 10 विकेट व हैट्रिक जन्मदिन पर APSU के पवेलियन में सभी रिकॉर्ड ध्वस्त 

अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा का क्रिकेट ग्राउंड 6 जनवरी को मुरैना के अनुज सविता के नाम रहा। 14 वर्षीय अनुज ने एक पारी में 10 विकेट व हैट्रिक लेकर सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए है। यह कारनामा बाएं हाथ के स्पिनर ने अपने जन्मदिन के मौके पर किया। पहले यह रिकॉर्ड इंडिया टीम में अनिल कुंबले व मध्यप्रदेश टीम में उज्जैन के पलास कोचल कर चुके हे

टीम के कोच आशीष सविता ने बताया कि MPCA की MM जगदाले ट्रॉफी रीवा में 27 दिसंबर से चल रही है। इंटर डिवीजन अंडर 15 बॉयज क्रिकेट टूर्नामेंट में 10 संभागों के छात्र खेल रहे है। पुल ए में रीवा, नर्मदापुरम, उज्जैन व चंबल टीम शामिल है। तीन दिवसीय पहला मैच 27, 28 व 29 को रीवा के इटौरा स्थित एमपीसीए के मैदान में खेला गया। जहां चंबल विजयी रहा।

दूसरा मैच नर्मदापुर व चंबल के मध्य 31 दिसंबर, 1 जनवरी व 2 जनवरी को एपीएसयू रीवा के पवेलियन में खेला गया। यहां भी चंबल ने नर्मदापुरम को मात देकर आगे बढ़ गई। तीसरा मैच 4, 5 और 6 जनवरी को एपीएसयू के पवेलियन में चंबल व उज्जैन के मध्य खेला गया। जहां रिकॉडों की बारिश हुई। 290 रन से उज्जैन को हरा कर चंबल किक्रेट में डंका बचा दिया

अब जानते है अनुज सविता के बारे में 

गौरतल है कि 6 जनवरी 2009 को अनुज सविता पुत्र अरविंद सविता 14 वर्ष निवासी टिकटौली थाना सुमावली जिला मुरैना मध्यप्रदेश में जन्म हुआ। गरीब परिवार में जन्मे अनुज गांव की गलियों से क्रिकेट खेलकर जिला डिवीजन में अच्छी गेंदबाजी कर चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। इसके बाद उनका एमएम जगदाले ट्रॉफी इंटर डिवीजन अंडर 15 बॉयज क्रिकेट में चयन हो गया।

पिता पत्थर की खदानों में करते है काम 

अनुज सविता के पिता आज भी पत्थर की खदानों में काम करते है। दिन रात मजदूरी कर बेटे को सचिन व सहवाग बनाना चाहते है। दशकों से मजदूरी कर रहे अरविंद सविता के एक बेटा व एक बेटी है। पत्नी ग्रहणी है। जो बच्चों की देखभाग कर अच्छा इंसान बनाना चाहती है। बचपन से बेटे के अंदर क्रिकेट की प्रतिभा देख पिता अपने बेटे को एकेडमी भेजते थे

ऐसे बना नया रिकॉर्ड 

तीन दिवसीय मैच के दौरान उज्जैन वर्सेस चंबल के मध्य खेला गया। पहली पारी में 4 जनवरी के दिन चंबल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाली का फैसला लिया। 78.5 ओवर तक चले मैच में चंबल की टीम 257 रन में आल आउट हो गई। अच्छी बल्लेबाजी करण तोमर 67 रन व चंबल के कप्तान यशवर्धन चौहान ने 56 रन का योगदान दिया।

जबकि उज्जैन की ओर से जतिन चौहान ने सबसे ज्यादा 5 ​विकेट लिए। दूसरे दिन उज्जैन की टीम 60.1 ओवर खेलकर 185 रन में आल आउट हो गई। गेंदबाजी में अनुज सविता ने 6 विकेट, यशवर्धन में 2 विकेट, रात प्रताप ने 1 विकेट, शिवांश शर्मा ने 1 विकेट लिया। चंबल को 66 रनों की बढ़त मिली।

दूसरी पारी में चंबल बैटिंग के लिए उतरी। कप्तान यशवर्धन चौहान के दोहरा शतक 209 रन व आदर्श दुबे का सैकड़ा 117 रन की का योगदान रहा। चंबल ने दो विकेट के नुकसान पर 343 रन बनाए। इसके बाद चंबल ने पारी घोषित कर दी। पहली पारी की 66 रन बढ़त व दूसरी पारी के 343 रन, कुल मिलाकर 409 रन लक्ष्य दिया।

बैटिंग करने उतरी उज्जैन की टीम को बाएं हाथ के स्पिनर एवं चाइना मैन अनुज सविता ने टिकने ही नहीं दिया। उन्होंने दूसरी पारी में हैट्रिक लेते हुए सभी 10 विकेट लेकर क्रिकेट के सभी रिकॉर्डों को ध्वस्त कर दिया।

तीन मैच में लिए 35 विकेट 

मैनेजर संदीप सिंह परिहार ने बताया कि अनुज सविता इंडियन टीम के सदस्य कुलदीप यादव की तरह गेंदबाजी करता है। वह आने वाले कल का नया चाइना मैन गेंदबाज है। उसने तीन दिवसीय क्रिकेट के तीन मैचों में 35 विकेट लिया है। अकेले तीसरे मैच में 16 विकेट लेकर मध्यप्रदेश क्रिकेट टीम के लिए दावा ठोंक दिया है। अध्यक्ष एवं संचालक ज्योतिरादित्य सिंधिया और कार्यकारी अध्यक्ष प्रशांत मेहता की बदौलत ये संभव हो पाया है।

पहले थे बैटर फिर बने बॉलर 

दैनिक भास्कर से बातचीत में अनुज सविता ने कहा कि आज मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है। क्योंकि जन्मदिन के दिन यह रिकॉर्ड बना है। मैं पहले बैटिंग करता था। ज्यादा निखार के लिए एकेडमी से जुड़ा। एकेडमी के कोच आकाश सर ने बॉलर बनने की सलाह दी। इसके बाद मैने जिला डिवीजन में कई बेहतर मैच खेले। संभाग टीम में चयन होने पर चंबल डिवीजन के सचिव तस्लीम खान ने गाइड किया। तस्लीम सर की बदौलत निखार आया है।

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