रीवा में घर का चिराग बुझने से पसरा मातम किशोर की नहर में डूबने से मौत
घर का चिराग बुझने से पसरा मातम रीवा में बड़े पापा के घर इलाज कराने आया किशोर नहर में डूबा तीसरे दिन 500 मीटर दूर मिली लाश
रीवा शहर के चोरहटा थाना अंतर्गत पूर्वा नहर में डूबे किशोर का तीसरे दिन शव बरामद कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक बीमार बच्चा गांव से शहर अपने बड़े पापा के घर आया। यहां रहकर इलाज करा रहा था। वह 12 जनवरी की सुबह बाणसागर नहर की मुख्य कैनाल की तरफ शौच करने गया तभी अचानक पैर फिसल गया। जिससे किशोर डूब गया। काफी देर तक जब किशोर घर नहीं लौटा तो परिजन खोजते हुए नहर पहुंचे। वहां नहर के किनारे चप्पल दिखाई दी।
साथ ही नहर में फिसलने का निशान मिला। ऐसे में चोरहटा पुलिस को सूचना दी गई। दो दिन से सतना एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम सर्चिंग कर रही थी, तभी तीसरे दिन 14 जनवरी की सुबह साढ़े दस बजे 500 मीटर दूर लाश को एसडीआरएफ ने स्टीमर मोटर बोट की मदद से बरामद कर ली है। परिजनों की मौजूदगी में चोरहटा पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद मर्ग कायम किया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी स्मृति हॉस्पिटल भेजवाया है
इकलौते बेटे की मौत पिता भी नहीं
चोरहटा थाना प्रभारी निरीक्षक अवनीश पाण्डेय ने बताया कि आदर्श कोल पुत्र स्वर्गीय डग्गू कोल 12 वर्ष निवासी रगौली थाना सेमरिया की लाश नहर से बरामद कर ली गई है। परिजनों की मानें तो कुछ वर्ष पहले पिता का निधन हो गया। वहीं आदर्श कई महीनों से बीमार रहता था। ऐसे में वह चोरहटा वार्ड क्रमांक 4 में अपने बड़े पापा शेषमणि कोल के घर में आया। यहां सुबह और शाम अस्पताल जाकर अपनी बीमारी का उपचार करा रहा था।
4 लाख रुपए मृतक की मां को जिला प्रशासन देगा
अधिकारियों ने बताया कि मृत बालक के पिता नहीं है। वहीं इकलौते बेटे की भी नहर में डूबने से मौत हो गई। ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा आकस्मिक मृत्यु होने पर 4 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी।
साथ ही अन्त्येष्टि सहायता योजना का लाभ दिया है। घर का चिराग बुझने से मां का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार की मार्मिक दशा को देख हर कोई गमनीय हो गया।