रीवा में ट्रेनी विमान क्रैश एक पायलट की मौत पहले पेड़ फिर मंदिर के शिखर से टकराया
रीवा में ट्रेनी विमान क्रैश एक पायलट की मौत पहले पेड़ फिर मंदिर के शिखर से टकराया लोग दहशत में घर से बाहर निकले
मध्यप्रदेश के रीवा में एक ट्रेनी विमान क्रैश हो गया। हादसे में एक पायलट की मौत हो गई, जबकि दूसरा ट्रेनी पायलट गंभीर है। हादसा गुरुवार रात करीब 11.30 बजे से 12 के बीच का है। विमान पहले आम के पेड़ से टकराया फिर मंदिर के शिखर को तोड़ते हुए नीचे आ गिरा। प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण कोहरा बताया जा रहा है। हादसे में ट्रेनिंग दे रहे पायलट कैप्टन विमल कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि राजस्थान के ट्रेनी पायलट सोनू यादव गंभीर रूप से घायल हैं। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
घटना रीवा जिले के चोरहटा थाना क्षेत्र के उमरी गांव की है। रीवा हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां पायलट ट्रेनिंग सेंटर में फाल्कन एविएशन ट्रेनिंग एकेडमी प्रशिक्षुओं को ट्रेनिंग देती है।
बिहार के पटना के रहने वाले पायलट कैप्टन विमल कुमार (54) राजस्थान के छात्र सोनू यादव (22) को ट्रेनिंग दे रहे थे, तभी उनका प्लेन अनियंत्रित होकर उमरी गांव में आम के पेड़ से टकराया और फिर पास के ही मंदिर के गुंबद पर जा गिरा।
मलबे में फंसे थे दोनों पायलट ग्रामीणों ने निकाला
विमान मंदिर से टकराते ही तेज धमाका हुआ। धमाके से गांव के लोगों की नींद खुल गई। लोग दहशत में बाहर निकल आए। प्लेन का मलबा चारों ओर बिखर पड़ा था। गांव के लोग जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि विमान का मलबा बिखरा पड़ा है। विमान के अंदर दो लोग फंसे हुए हैं।
लोगों ने प्लेन का सीट बेल्ट काटकर दोनों को बाहर निकाला। ग्रामीणों ने ही हादसे की सूचना पहले हवाई पट्टी के अधिकारियों को दी और फिर पुलिस को फोन किया। हादसे के 15 से 20 मिनट के अंदर ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस के पहुंचने से पहले ही दोनों को ग्रामीणों ने अस्पताल रवाना कर दिया था।
तेज धमाके से खुली लोगों की नीद
प्रत्यक्षदर्शी चंदप्रताप सिंह ने बताया कि रात साढ़े ग्यारह बजे हम सो रहे थे। इसी दौरान तेज धमाका होने से हमारी नींद खुल गई। बाहर जाकर देखा तो प्लेन क्रैश होकर बिखर गया था। पास जाकर देखा तो दोनों पायलट उसमें फंसे हुए थे।
दोनों पायलट प्लेन के नीचे दबे थे। दोनों को निकालने के लिए विमान को ग्रामीणों की मदद से पलटना पड़ा। सात-आठ स्थानीय लोगों की मदद से प्लेन काे हटाकर दोनों को बाहर निकाला गया। हादसा साढ़े ग्यारह बजे हुए था और रेस्क्यू टीम 12.45 बजे मौके पर पहुंच गई थी।