सिंगरौली जिले के चितरंगी ब्लॉक के चकरिया गोल्ड ब्लॉक में अब एक बार फिर से नीलामी की प्रक्रिया की जाएगी
वैसे तो खदान की नीलामी हुए दो वर्ष से अधिक समय व्यतीत हो चुका है, लेकिन अभी तक खनन प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। प्रदेश के खनिज मंत्री ने गोल्ड ब्लॉक के जल्द ही नए सिरे से नीलामी के संकेत दिए हैं।
जिले में दो दिवसीय प्रवास पर आए खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने गोल्ड ब्लॉक के संबंध में कहा है कि चितरंगी में स्थित सोने की खदानों के लिए नीलामी की नए सिरे से प्रक्रिया शुरू की गई है। कोशिश होगी कि जितनी जल्दी हो सके, खनन का कार्य शुरू कर दिया जाए।
गौरतलब है कि चितरंगी में दो वर्ष पहले नीलामी की प्रक्रिया के जरिए चकरिया गोल्ड ब्लॉक गरिमा नेचुरल रिसार्सेज को आवंटित किया गया है, लेकिन आवंटन की प्रक्रिया के बाद इस कंपनी की ओर से खनन को लेकर धरातल पर अब तक कोई कार्य नहीं किया है। आवंटन निरस्त किए जाने को लेकर मंत्री का बयान खनन शुरू करने में हो रही देरी का नतीजा माना जा रहा है।
सर्वेक्षण के मुताबिक, चकरिया के 23.57 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सोने के अयस्क का भंडार है। यहां 56 करोड़ के सोने का भंडार बताया गया है। खनन शुरू होने पर एक ओर जहां सरकार को राजस्व की प्राप्ति होगी। वहीं ओर स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
जियो लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से किए गए सर्वे में चितरंगी के गुरार पहाड़ में भी सोने के अयस्क का भंडार बताया गया है। खदान के एक टन पत्थर निकालने पर उसमें 1.03 ग्राम सोना मिलने की संभावना जताई गई है। ये खदान कुल 149.30 हेक्टेयर में फैली है।