सीधी पत्रकार अर्धनग्न मामले ने जांच कमेटी तय थाना प्रभारी सहित 6 पुलिसकर्मियों पर गिरेगी गाज
कपड़े उतारकर थाने में पिटाई का मामला पीड़ित युवकों को सिंगरौली बुलाकर एसपी ने लिए बयान
सीधी में युवकों की थाने में पिटाई और कपड़े उतरवाने का मामले में शनिवार को पीड़ितों के बयान लिए गए। कनिष्क तिवारी शनिवार को सिंगरौली एसपी के यहां बयान देने पहुंचे। अब इस मामले की सिंगरौली एसपी विरेन्द्र सिंह जांच कर रहे है।
थाने ने अर्धनग्न करने का है मामला
इससे पहले कनिष्क ने रेडियो पुलिस अधीक्षक भोपाल द्वारा की गई जांच रिपोर्ट में सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे का डाटा रिकवर किया जाए। इस दौरान थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने किन लोगों से बात की उसकी कॉल डिटेल निकाली जाए।
कई बड़े खुलासे होंगे। इस बारे में पूछने पर सिंगरौली एसपी विरेन्द्र सिंह ने बोलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी विभागीय जांच चल रही है जांच पूरी होने के बाद बताया जाएगा।
कनिष्क ने रेडियो पुलिस अधीक्षक की जांच पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि उनके साथ मारपीट और गाली गलौज सहित अर्धनग्न कर फोटो खींचने वाले अमिलिया के थाना प्रभारी रहे अभिषेक सिंह परिहार सहित कई पुलिस कर्मियों का नाम आरोप पत्र में नहीं जोड़ा गया है। ऐसे पुलिस आरक्षकों का नाम जोड़ा है, जो वहां थे ही नहीं।
किस कानून में है अर्धनग्न करने की इजाजत
सीधी में भाजपा विधायक के खिलाफ खबरें लिखने पर पत्रकार को थाने में बंद करने और कपड़े उतरवाने का मामला सामने आया है। इसको लेकर सीधी पुलिस सवालों के घेरे में है। पुलिसकर्मियों ने अर्धनग्न कर फोटो खीचें और उन्हें वायरल कर दिया।
फोटो में पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित नौ युवक अंडरवियर में नजर आ रहे हैं। सीधी एसपी मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि मामला सामने आने के बाद थाना प्रभारी मनोज सोनी और एक सब इंस्पेक्टर को लाइन अटैच किया गया है। मामले की जांच के लिए एएसपी को जिम्मेदारी दी गई है।