सीधी

सीधी मेले में फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए 150 से अधिक लोग पहुंचे अस्पताल

मेले के बवंडर में फंसे राहगीर चार्ट फुलकी के ठेले पर खाए हुए व्यक्ति आकस्मिक रूप से फूड प्वाइजनिंग का हुए शिकार 

सीधी जिले के भीतरी पंचायत में खर्री घाट के अंतर्गत मकर संक्रांति के अवसर पर मेले का आयोजन किया गया था उसमें चार्ट फुलकी ठेले के द्वारा जिस व्यक्ति के द्वारा भी उसका सेवन किया गया अचानक उन लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी तब आनन-फानन में इसकी जानकारी वहां के चिकित्सालय के चिकित्सक के द्वारा जांच की गई तब जाकर स्थिति फूड प्वाइजनिंग का केस सामने निकल कर आया जिसमें लगभग सौ से डेढ़ सौ लोगों के फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए व्यक्ति की संख्या जताई जा रही है

सीधी मेले में फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए 150 से अधिक लोग पहुंचे अस्पताल

जिनको 108 एंबुलेंस के माध्यम से रामपुर नैकिन चिकित्सालय एवं जिन की स्थिति ज्यादा गंभीर थी उनको चुरहट चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है और उनका उपचार जारी है

क्या है पुरा मामला 

स्थिति इतनी गंभीर थी जिसमें रामपुर चिकित्सालय में बेड फुल हो जाने के बावजूद भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी रामपुर नैकिन के चिकित्सालय की स्थिति को देखते हुए मरीजों को तत्काल चुरहट चिकित्सालय भर्ती कराया जा रहा है अभी संख्या यह भी जताई जा रही है

 कि इस में न जाने कितने मरीजों की संख्या बढ़ शक्ति है एवं इस तरह की स्थिति को 108 एंबुलेंस की वजह से वहां के मरीजों को तत्काल व्यवस्थित कर एक चिकित्सालय से दूसरे चिकित्सालय में भर्ती किया जा रहा है और तन्मयता के साथ स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। 

रामपुर नैकिन में फूड पॉइजनिंग के चलते लगभग 100 से ज्यादा लोग पीड़ित हो चुके है जिनको 108 एंबुलेंस के माध्यम से रामपुर नैकिन एवम चुरहट अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है ।

सूत्रों की माने तो चाट फुल्की जितने लोगों ने खाया उन्हें सब को उल्टी और बुखार के साथ चक्कर आने की समस्या हो रही है 

नर्स-कम्पाउंडर समेत स्वीपर ने भी किया इलाज 

बीमारों में ग्राम पंचायत क्षेत्र कुआं, भीतरी, ममदर व झलवार के लोग ज्यादा है। मरीजों के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने पर डॉक्टरों की गैरमौजूदगी में वहां मौजूद नर्स और कम्पाउंडर के अलावा स्वीपर भी मरीजों के इलाज में जुट गए। मामले की जानकारी जैसे ही आसपास के क्षेत्र के लोगों को लगी वैसे ही समाजसेवी, पुलिस तथा जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंच गए।

सभी बीमार व्यक्तियों का इलाज जारी है। यहां से बच्चे, बुजुर्ग महिलाओं सहित 20 लोगाें को रेफर किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि अभी हमारा फोकस उपचार करने पर है। बीमारों के बारे में कुछ समय बाद ही बता सकेंगे। अस्पताल में शाम 7.30 बजे से मरीजों का पहुंचना शुरू हुआ था। हालांकि डॉक्टर वहां रात करीब 9.30 बजे पहुंचे 

पीड़ित बोले- अस्पताल में नहीं मिला कोई डॉक्टर 

बीमारों में से एक दीप्ति साहू ने बताया कि हमने घाट पर मेले में फुल्की चाट खाई थी। खाने के बाद हमने पानी पिया। फिर हमें चक्कर सा महसूस होने लगा और उल्टी भी हुई। आधे घंटे बाद मेरी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी, जिसके बाद मेरे पापा मुझे उठाकर यहां अस्पताल में लाए जहां मेरा इलाज चल रहा है।

अस्पताल में लाए गए 5 साल के शिवराम कोरी के पिताजी ने बताया कि वे पूरे परिवार के साथ खैरा घाट मेला आए थे। वहां हमने चाट फुल्की और फिर चाऊमीन खाया। इसके बाद उनकी पत्नी और 5 साल के बच्चे की तबीयत खराब हो गई। 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन वह समय पर नहीं पहुंची तो मैं अपनी बाइक से दोनों को अस्पताल लाया। यहां डॉक्टर नहीं है, पर नर्स इलाज कर रही हैं।

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