मऊगंज अब विकास की नई उड़ान भरने को तैयार है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में पतंजलि समूह द्वारा किए गए बड़े ऐलान के बाद क्षेत्र में निवेश का माहौल बनता जा रहा है। हाल ही में आचार्य स्वामी बालकृष्ण मऊगंज पहुंचे और उन्होंने उस भूमि का निरीक्षण किया, जहां पतंजलि ग्रुप 400 एकड़ में एक विशाल एकीकृत प्रसंस्करण केंद्र की स्थापना करने जा रहा है।
एमपी के कॉलेजों में पढ़ाई का नया युग शुरू: जानिए क्या बदलने वाला है
1. मऊगंज को मिली औद्योगिक क्रांति की सौगात
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में पतंजलि समूह द्वारा किए गए ऐलान अब ज़मीनी हकीकत में बदलने लगे हैं। मऊगंज जिले में विकास की तेज़ रफ्तार के संकेत अब स्पष्ट दिखने लगे हैं।
2. आचार्य बालकृष्ण ने किया स्थल का दौरा
शुक्रवार को पतंजलि समूह के एमडी आचार्य स्वामी बालकृष्ण मऊगंज पहुंचे। इस दौरान प्रशासनिक अमला — कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार व उद्योग विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने घुरेहटा क्षेत्र में उस भूमि का निरीक्षण किया, जहां पतंजलि समूह 400 एकड़ में एक एकीकृत प्रसंस्करण केंद्र स्थापित करेगा।
3. हरिद्वार मॉडल पर बनेगा औद्योगिक केंद्र
यह केंद्र हरिद्वार स्थित फूड एंड हर्बल पार्क की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसमें खाद्य प्रसंस्करण, आयुर्वेदिक उत्पाद निर्माण, प्राकृतिक चिकित्सा, कौशल विकास केंद्र और अन्य व्यावसायिक सेवाएं सम्मिलित होंगी।
4. 1000 करोड़ के निवेश से बदलेगा आर्थिक परिदृश्य
करीब 1000 करोड़ रुपये के निवेश से बनने वाला यह सेंटर बनारस-नागपुर मार्ग पर 157.9 हेक्टेयर भूमि में तैयार होगा। इससे न सिर्फ स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि हज़ारों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
रीवा की योजना समिति या दिखावे का मंच? जनता को विकास नहीं, राजनीति का तमाशा मिला
5. किसानों के लिए खुशखबरी
पतंजलि ने विंध्य क्षेत्र के किसानों को आश्वस्त किया है कि उनके द्वारा उत्पादित संतरे, नींबू और अन्य कृषि उत्पादों की पूरी खरीदी की जाएगी। इससे किसानों को बाजार की चिंता से राहत मिलेगी और उनकी आमदनी में इज़ाफा होगा।
6. मई में शुरू होगा निर्माण कार्य
भोपाल में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक के बाद एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने पतंजलि को ज़मीन आवंटन की सूचना दी और 26 करोड़ रुपये की डिमांड भेजी है। मई के पहले सप्ताह में पतंजलि की तकनीकी टीम मऊगंज पहुंचेगी और निर्माण कार्य का शुभारंभ होगा।
7. मऊगंज को मिलेगा नया पहचान
यह परियोजना न सिर्फ उद्योग की नींव रखेगी, बल्कि मऊगंज को विकास, रोजगार और कृषि समृद्धि के एक नए युग की ओर अग्रसर करेगी।