रीवा जिले के मऊगंज में बिना सूचना के चला बुलडोजर 80 दुकानदारों के पेट पर लात

बगैर सूचना के चली JCB रीवा में मऊगंज के व्यापारी बोले- प्रशासन ने ध्वस्त की 80 दुकानें रोजी रोटी भी छीनी सरकार करे मदद
रीवा जिले के मऊगंज कस्बे में 15 दिन पहले प्रशासन द्वारा हटाए गए अतिक्रमण का चौतरफा विराध होने लगा है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट की सप्ताहिक जनसुनवाई में आधा सैकड़ा व्यापारी पहुंचकर कलेक्टर मनोज पुष्प को ज्ञापन देकर विरोध जताया है। दावा किया कि नगर परिषद द्वारा 50 फिट के अंदर व्यवसाय करने की नसीहत दी गई थी।
हम नगर परिषद का कहना मानकर दुकान पीछे कर व्यवसाय कर रह थे। तभी दो सप्ताह पहले राजस्व व पुलिस अधिकारी बगैर सूचना दिए JCB लेकर पहुंच गए। सभी व्यापारी गिड़गिड़ाते रहे। पर किसी ने नहीं सुना। अंतत: 80 से 90 दुकानों को बुलडोजर चलाकर गिरा दिया। इन दुकानों के गिरने से अब 350 से लेकर 400 लोगों का रोजगार छिन गया है।
50 वर्षों से कर रहे थे दुकान का संचालन
व्यापारियों के प्रतिनिधि प्रभात सिंह ने बताया कि मऊगंज महाविद्यालय से अशोक बुल डिपो एवं बस स्टैंड से विश्राम गृह तक सड़क के दोनों तरफ 50 फिट छोड़कर ज्यादातर व्यापारी दुकान संचालित कर रहे थे। पर 28 दिसंबर को 50 वर्षों की दुकानों को बिना सूचना दिए ध्वस्त कर दिया गया।
आरोप है कि मऊगंज एसडीएम, तहसीलदार, सीएमओ और पुलिस अफसरों के इशारे पर कार्रवाई की गई है। हम चिल्लाते रहे पर किसी ने नहीं सुना।
अब कौन भरेगा हमारे परिवार का पेट
व्यापारी अजय मिश्रा ने कहा कि स्थानीय प्रशासन तानाशाह हो गया है। जिला प्रशासन ने 80 से ज्यादा दुकानों को ध्वस्त कर रोजी रोटी छीन ली। अब सरकार हमारी मदद करें।
नहीं हम सब भूखे मर जाएंगे। कई व्यापारियों ने बैंक से ऋण लेकर रखा है। अब कैसे बैंक की ईएमआई जाएगी। वर्षों का व्यापार ठप हो गया है। कलेक्टर से अनुरोह है कि दुकानदानों को जीविको पार्जन के लिए नया रास्ता निकाला जाए।