
Rewa News: कृषि महाविद्यालय के मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विज्ञान विभाग में मिट्टी और पौधों के पोषक तत्वों का विश्लेषण प्रगति पर है कृषि महाविद्यालय में संचालित सभी परियोजनाओं के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है। पहले नमूनों की जांच कृषि महाविद्यालय जबलपुर व अन्य स्थानों की प्रयोगशालाओं से होती थी।
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लेकिन अब डीन डाॅ. एस.के.त्रिपाठी एवं ड्राई प्रोजेक्ट प्रभारी, डॉ. आर.के.तिवारी, प्रयोगशाला प्रभारी एवं विभागाध्यक्ष के कुशल मार्गदर्शन एवं निर्देशन में हुआ विभाग, डॉ. जीडी शर्मा, मिट्टी और पौधों के नमूनों का विश्लेषण करते हुए।
स्नातकोत्तर एवं शोध छात्रों का शोध कार्य भी प्रयोगशाला में हो रहा है इसके अलावा आसपास के किसानों की मिट्टी की भी जांच की जा रही है।
डॉ. बी.पी. सिंह ने मिट्टी परीक्षण के महत्व और मोबाइल एप के माध्यम से ऑनलाइन मिट्टी के नमूने लेने के तरीके के बारे में विस्तार से बताया। मृदा नमूना संग्रहण का संचालन डॉ.अखिलेश पटेल द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण में उपनिदेशक श्री बागरी ने किसानों से आग्रह किया कि वे खरीफ मौसम के पूर्व मिट्टी का परीक्षण अनिवार्य रूप से करायें ताकि मिट्टी में उपलब्ध पोषक तत्वों के आधार पर अनुशंसित उर्वरकों का ही उपयोग किया जा सके साथ ही बच्चों को तकनीकी सलाह भी दी जाती है उर्वरक के उपयोग के बारे में बताया गया है।
डॉ. एके पांडे ने मिट्टी में उपलब्ध पोषक तत्वों के महत्व और उर्वरकों के अनुशंसित उपयोग के बारे में विस्तार से बताया वैज्ञानिक के.एस.बघेल ने मृदा विश्लेषण एवं विभिन्न पोषक तत्वों की जानकारी दी।
वैज्ञानिक डॉ. स्मिता सिंह ने छात्रों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उर्वरक अनुशंसाओं और रसायन मुक्त फसल उत्पादों के बारे में जानकारी प्रदान की।
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