गुस्से ने हंसता खेलता परिवार किया नष्ट पत्नी की हत्या कर खुदको लगाई फांसी मासूम बच्चा हुआ अनाथ
नाकारा कहा तो पत्नी की पीट पीटकर हत्या मासूम बेटे के सामने मार डाला खुद फांसी लगाई
पति बेरोजगार था, पत्नी बार बार नाकारा कहकर ताना मारती थी। इस पर दोनों में झगड़ा होता था। इसी विवाद ने हंसते खेलते परिवार को खत्म कर दिया।
4 साल का मासूम बार-बार मम्मी को याद कर रो रहा है। उसके सामने ही पिता ने पीट-पीटकर उसकी मां की हत्या कर दी। फिर खुद फांसी लगाकर जान दे दी। अनाथ हुआ ये मासूम अब दादी से पूछ रहा है- मम्मी-पापा कहां है?, उनके पास ले चलो।
मुरैना में गुस्से ने एक हंसते-खेलते परिवार को खत्म कर दिया। घटना शनिवार सुबह 9 बजे की है। मुरैना के गंगापुर भटारी गांव की रहने वाली कांता अपने मायके खड़िया का पुरा गांव जाने के लिए तैयार हो रही थी। उसकी छोटी बहन अनीता की 8 दिसंबर को शादी है। पति कल्लू और बेटा शिवम भी तैयार हो गए थे। कांता ने बैग भी जमा लिया था। इसी बीच कल्लू ने कांता को खाना बनाने के लिए कहा। इस पर उसने कहा कि खाना बनाने का समय नहीं है। इतनी सी बात पर दोनों में बहस हो गई। बात कल्लू के नकारापन तक पहुंच गई।
पत्नी की बातों से गुस्साए कल्लू ने कांता को ताबड़तोड़ तमाचे जड़ दिए। उसके साथ जमकर मारपीट कर दी। इससे कांता की मौत हो गई। जब कल्लू को आभास हुआ कि कांता की मौत हो चुकी है। तो वह घबरा गया। इसके बाद उसने तार से फांसी लगा ली। तार बीच से टूट गया और कल्लू नीचे गिर गया। उसकी मौत हो चुकी थी। माता-पिता को देख शिवम रोने लगा। बच्चे के रोने की आवाज सुन पड़ोसी मौके पर पहुंचे। कल्लू के पिता दशरथ को खबर दी गई। दरवाजा खोला तो पति-पत्नी के शव जमीन पर पड़े थे।
बेरोजगार था कल्लू
मुरैना जिले से 40 किमी दूर, दिमनी क्षेत्र के गंगापुर भटारी गांव में दशरथ जाटव का परिवार रहता है। दशरथ का इकलौता बेटा कल्लू बेरोजगार था। दशरथ मेहनती है, वह गांव के बाहर काम करके परिवार का गुजारा करते थे। पढ़ा-लिखा न होने के कारण कल्लू को कोई काम नहीं मिलता था। उससे मजदूरी भी नहीं होती थी। 20 साल की उम्र में कल्लू की शादी कर दी। सोचा शादी के बाद सुधर जाएगा। पत्नी के घर आने के बाद भी कोई बदलाव नहीं हुआ
शादी के चार साल बाद उनका बेटा हुआ। घर का खर्चा और बढ़ गया। पिता ने कल्लू को अलग रहने के लिए कह दिया। वह तब भी बेरोजगार ही रहा। यहां भी पिता को ही खर्चा देना पड़ता था। पति के नकारेपन से तंग आकर कांता उसे ताने मारती थी। इसी बात को लेकर आए दिन पति-पत्नी में बहस होती। कांता पैसे मांगती तो कल्लू मारपीट करता। इसी गुस्से ने शनिवार को कांता की जान ले ली।
कल्लू में कोई ऐब नहीं
कांता के चाचा रामचरन जाटव बताते हैं कि कल्लू में कोई बुरी आदत नहीं थी। किसी तरह का कोई नशा नहीं करता था। वह बेरोजगार था। कांता तेज स्वभाव की थी, वह दिन-रात कल्लू को ताने मारती थी।
तीन बेटियों में सबसे तेज थी कांता
कांता के 5 भाई-बहन हैं। उसके पिता राकेश जाटव की भी माली हालत बहुत अच्छी नहीं है। तीन भाई और तीन बहनों में कांता दूसरे नंबर की बेटी थी। सबसे बड़ी बेटी रवीना है, जिसकी शादी बहुत पहले हो चुकी है। इसके बाद कांता की शादी की। तीसरी बेटी पूनम की 8 दिसंबर को बारात आनी है। कांता इसी शादी में जाने के लिए तैयार हो रही थी।
महिला के शरीर पर चोट के निशान
दिमनी थाना प्रभारी मंगल सिंह पपोला ने बताया कि शवों का पोस्टमॉर्टम करा दिया है। महिला के शरीर पर मारपीट के निशान हैं। चेहरे और गले में निशान हैं। पहले महिला की मौत हुई है। इसके बाद उसके पति की मौत हुई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है।