रीवा के निजी अस्पताल में अटेंडर से करवाई सफाई, परिजनों ने जताई नाराजगी

रीवा के तनिषा नर्सिंग होम में मरीज के परिजन से जबरन सफाई कराई गई, पुलिस अधिकारी ने जताई नाराजगी और की सख्त कार्रवाई की मांग

रीवा शहर के एक निजी अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मरीज के साथ आए अटेंडर से अस्पताल स्टाफ ने टॉयलेट और वार्ड की सफाई कराई। मामला शहर के तनिषा नर्सिंग होम का है, जहां इलाज कराने आए बुजुर्ग मरीज के बेटे को वाइपर और पोंछा पकड़ा दिया गया और सफाई के लिए मजबूर किया गया।

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जानकारी के अनुसार, उमेश त्रिपाठी ने अपने पिता केपी त्रिपाठी को डिहाइड्रेशन और लूज मोशन की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया था। जब वार्ड में गंदगी फैली तो उन्होंने स्टाफ से मदद की गुहार लगाई, लेकिन जवाब में उन्हें सफाई का सामान थमा दिया गया।

इस घटना के विरोध में उमेश के परिवार ने नाराजगी जताई। पुलिस मुख्यालय में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारी प्रवीण चतुर्वेदी, जो इस परिवार के करीबी हैं, ने भी अस्पताल प्रबंधन की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल मोटी फीस तो वसूलते हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाएं देने से कतराते हैं। अटेंडर से सफाई कराना न केवल गैर-पेशेवर है बल्कि अमानवीय भी है।

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वहीं दूसरी ओर, तनिषा नर्सिंग होम प्रबंधन ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि अस्पताल में मरीजों को पूरी सुविधाएं दी जाती हैं और उनके साथ अच्छा व्यवहार किया जाता है।

यह मामला निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े करता है। जरूरत है कि संबंधित विभाग इसकी निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं।

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