CM डाॅ. मोहन यादव ने संवाद में कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौकीदार हैं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव चुनावी दौरे पर मंदसौर पहुंचे बुधवार सुबह प्रबुद्धजन संवाद में विभिन्न हिस्सों पर खुली चर्चा की। उन्होंने सेवानिवृत्त न्यायाधीश रघुवीर सिंह चूंडावत से आईपीसी समेत कानून पर सवाल पूछे। उन्होंने कहा, हम देश में दंड संहिता नहीं, न्यायिक संहिता चाहते हैं। बीजेपी यानी भारतीय जनता पार्टी पूरे भारत के लोगों की पार्टी है। हम सभी के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
#WATCH जिस प्रकार का वातावरण बना है निश्चित तौर पर मंदसौर लोकसभा अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी। पूरा प्रदेश मोदीमय हो गया है। तीसरे चरण के बाद अब सिर्फ 8 सीटों पर मतदान बचा है। अभी तक तीनों चरण की सभी सीटें हम जीतने की स्थिति में पहुंचे हैं: मध्य प्रदेश CM मोहन यादव, मंदसौर… pic.twitter.com/rZoIZge5UZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 8, 2024
मोदी को क्यों कहा गया देश का चौकीदार?
सीएम ने कहा कि जनता के हर आदमी को कोर्ट से डील करना पड़ता है। पीएम मोदी अपने लिए नहीं बल्कि आपके लिए न्यायिक बदलाव चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने चोर की गर्दन पकड़ने का काम किया। उन्होंने रिश्वतखोरों को जमीन दिखाई। इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी को देश का चौकीदार कहा गया है। भाई साहब का रुतबा सबसे ज्यादा कानून की बात करने वाले सबके सामने है। उन्होंने जेल में बंद मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया, लेकिन उन्होंने खुद इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कह दिया है कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा।
LIVE: लोकसभा मंदसौर के विधानसभा गरोठ में आयोजित आमसभा में सहभागिता#ModiKiGuarantee#AbkiBaar400Paar#PhirEkBaarModiSarkar https://t.co/FAAGUozVET
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) May 8, 2024
प्रधानमंत्री ने ईमानदारी से काम किया है-CM
CM ने कहा कि मुखिया की जिम्मेवारी सबसे बड़ी है। यदि परिवार में कुछ हो जाए तो मुखिया की प्रतिष्ठा खतरे में पड़ जाती है। तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी लेने को तैयार क्यों नहीं हैं? मोदी जी ने हर मामले में अपना काम पूरी ईमानदारी से किया है. चाहे देश का विकास हो या देश और जनता की सुरक्षा। क्या जीएसटी, नोटबंदी कोई छोटा काम है? मोदी जी ने तमाम जोखिम उठाकर देशहित में इतना बड़ा फैसला लिया है। जिसके सकारात्मक परिणाम हमारे सामने हैं।