मध्य प्रदेश में गर्मी का कहर: कहीं बारिश की राहत, तो कहीं लू का सितम
गर्मी का चरम: गुना में तापमान 43.4 डिग्री तक पहुंचा,बारिश की फुहारें: छिंदवाड़ा और मलाजखंड में राहत की बूंदें लू का प्रकोप: पांच शहरों में गर्म हवाओं ने बढ़ाई मुश्किलें

मध्य प्रदेश इन दिनों मौसम के दोहरे मिजाज से गुजर रहा है। जहां कुछ इलाकों में तेज गर्मी और लू लोगों को परेशान कर रही है, वहीं कुछ शहरों में बारिश और बादलों की मौजूदगी से थोड़ी राहत भी मिली है।
बुधवार को छिंदवाड़ा में 13 मिमी और मलाजखंड में 7 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे स्थानीय लोगों को थोड़ी राहत महसूस हुई। दूसरी ओर, गुना में तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा रहा। इसके अलावा रतलाम समेत पांच शहरों में लू का असर देखने को मिला और सात शहरों में रातें भी असामान्य रूप से गर्म रहीं। नरसिंहपुर में न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जबकि नर्मदापुरम की रात सबसे गर्म रही, जहां पारा 27.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
बीते 24 घंटों में रतलाम, धार, गुना, सागर और टीकमगढ़ में लू जैसे हालात बने रहे। साथ ही धार, ग्वालियर, इंदौर, सागर और खंडवा में भी रात का तापमान सामान्य से ऊपर रहा। राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में भी दिन का तापमान 39 डिग्री के करीब रहा।
हवा की गुणवत्ता में बदलाव
जहां एक ओर तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है, वहीं राज्य की हवा की गुणवत्ता में भी बड़ा अंतर देखा गया। दमोह की हवा इस समय सबसे स्वच्छ श्रेणी में रही, जहां एक्यूआई 77 दर्ज हुआ। इसके मुकाबले ग्वालियर में वायु गुणवत्ता काफी खराब रही और एक्यूआई 161 तक पहुंच गया। जबलपुर, इंदौर और भोपाल जैसे शहरों में भी एक्यूआई क्रमशः 93, 96 और 98 रहा।
आने वाले दिनों का मौसम
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार से जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग के कई जिलों में तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। कुछ जगहों पर ओले गिरने की भी चेतावनी दी गई है। सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और द्रोणिका जैसी मौसम प्रणालियों के चलते यह स्थिति बनी हुई है। अनुमान है कि शुक्रवार से गर्म हवाओं से थोड़ी राहत मिल सकती है।