केंद्र सरकार ग्रामीण भारत में आजीविका बढ़ाने और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इन्हीं में से एक है आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना (AGEY), जो खासतौर पर स्वयं सहायता समूह (SHG) के सदस्यों को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई थी।
इस योजना के तहत SHG सदस्यों को 6.5 लाख रुपये तक का ब्याज-मुक्त ऋण दिया जाता है ताकि वे वाहन खरीदकर ग्रामीण इलाकों में सस्ती और सुरक्षित परिवहन सेवा शुरू कर सकें। इससे ना सिर्फ रोजगार के नए अवसर बनते हैं, बल्कि गांवों को बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलती है।
शुरुआत और उद्देश्य
2017 में शुरू की गई यह योजना, दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) का हिस्सा है। इसका उद्देश्य है पिछड़े क्षेत्रों में समुदाय आधारित संगठनों (CBOs) के माध्यम से परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराना।
कैसे मिलता है लाभ
योजना के अंतर्गत SHG सदस्य को CBO द्वारा सामुदायिक निवेश कोष (CIF) से वाहन खरीदने हेतु 6.5 लाख तक का ब्याज-मुक्त लोन मिलता है।
चाहे तो वाहन का मालिकाना हक CBO के पास भी रह सकता है, और SHG सदस्य उसे पट्टे पर चलाकर रोजगार प्राप्त कर सकता है।
सभी वाहनों पर एक विशेष रंग कोड और योजना की ब्रांडिंग होती है जिससे उनकी पहचान बनी रहती है और वे तय रूट से बाहर न जाएं।
सरकार कर रही है जागरूकता अभियान
सरकार इस योजना के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करती रहती है। हाल ही में ग्रामीण विकास मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी इस योजना से जुड़ी जानकारी साझा की है।
अगर आप ग्रामीण क्षेत्र से हैं और खुद का छोटा कारोबार शुरू करने का सपना देख रहे हैं, तो यह योजना आपके लिए सुनहरा मौका है। बिना ब्याज के लोन और सरकारी समर्थन के साथ आप अपने सपनों को उड़ान दे सकते हैं।