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Rewa News: रीवा से प्रयागराज की दूरी होगी कम बिछेगी नई रेल लाइन इन शहर और गांव से होकर गुजरेगी ट्रेन!

Rewa News: रीवा से प्रयागराज की दूरी होगी कम बिछेगी नई रेल लाइन इन शहर और गांव से होकर गुजरेगी ट्रेन!

मध्यप्रदेश के रीवा से प्रयागराज के बीच सीधे रेल संपर्क की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है प्रयागराज जिले के मेजा रोड स्टेशन से मांडा कोरांव होते हुए रीवा तक नई रेल लाइन बिछाई जाएगी जिसके लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा गया है।

एनसीआर की ओर रेलवे बोर्ड को भेजे गए एक पत्र में इस लाइन के सर्वे करने का प्रस्ताव है। जिससे लोगों द्वारा अब यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि जल्द ही रेलवे इस प्रस्ताव को अमली जामा पहन सकता है।

अभी रेल मार्ग से प्रयागराज जाने के लिए 227 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है क्योंकि सतना होकर ही ट्रेन द्वारा प्रयागराज से रीवा और रीवा से प्रयागराज पहुंचा जा सकता है रीवा से सतना इसके बाद प्रयागराज आने-जाने में जहां लोगों को पैसे अधिक खर्च करने पड़ते हैं तो वहीं समय की भी बर्बादी होती है।

फिलहाल इस मार्ग पर प्रयागराज से एकमात्र ट्रेन आनंदविहार-रीवा सुपरफास्ट है यहां से यह ट्रेन सुबह 6.10 बजे रवाना होती है जो 11.10 बजे रीवा रेलवे स्टेशन पहुंचती है।

जबकि सड़क मार्ग से प्रयागराज से रीवा की दूरी तकरीबन 130 किलोमीटर है। यदि रेलवे द्वारा प्रस्ताव को हरी झंडी दी जाती है तो लोगों का रीवा से प्रयागराज का सफर काफी आसान हो जाएगा।

प्रयागराज से रीवा तक के रेल सफर को छोटा करने की पहल प्रारंभ कर दी गई है इसको लेकर रेलवे बोर्ड के पास एक प्रस्ताव भेजा गया है कि मेजा रोड अथवा मांडा रेलवे स्टेशन से कोरांव होते हुए रीवा तक नई रेल लाइन बिछाई जाए।

इस संबंध में इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र की सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने भी उत्तर-मध्य रेलवे प्रशासन को पूर्व में पत्र भेजकर कोरांव होते हुए रीवा तक नई रेल लाइन बिछाने की बात कही है यहां पर यह बता दें कि अभी प्रयागराज में कोरांव एकमात्र ऐसी विधानसभा है जो रेलवे लाइन से अछूती है।

सांसद डॉ. रीता बहुगुणा द्वारा एनसीआर को प्रस्ताव भेजा गया है जिसमें उत्तर-मध्य रेलवे प्रशासन द्वारा रेलवे बोर्ड को पत्र भेजकर रीवा तक लाइन बिछाने के लिए सर्वे की स्वीकृति मांगी है रेलवे अफसरों का कहना है

कि बोर्ड द्वारा यह स्वीकृति दी जा सकती है। इस संबंध में डॉ. बहुगुणा के मुताबिक यदि रीवा तक नई लाइन बिछाई जाती है तो प्रयागराज से उसकी दूरी काफी कम हो जाएगी।

इसके साथ ही लोगों को रेल मार्ग से प्रयागराज आने और जाने के लिए सतना के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे समय के साथ ही धन दोनों की भी बचत हो सकेगी।

समाचार

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