जल गंगा संवर्धन अभियान में लापरवाही और धीमी प्रगति अब अधिकारियों पर भारी पड़ने लगी है। मऊगंज जिले के ग्रामीण विकास विभाग में तैनात 5 उपयंत्रियों को अपने कार्य में लापरवाही बरतना महंगा पड़ा है। अभियान के कार्यों को तय समय सीमा में पूरा न करने और लक्ष्य के अनुरूप वित्तीय प्रगति न दिखाने पर जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत मऊगंज — मेहताब सिंह गुर्जर ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए पांच उपयंत्रियों का एक सप्ताह का वेतन राजसात करने का आदेश दिया है। जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, उनके नाम हैं – शिवेन्द्र मोहन तिवारी, डी.के. मिश्रा, हर्षित पाण्डेय, रामचन्द्र कुशवाहा और दीपक शर्मा।
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अधिकारियों को चेताया गया है कि यदि भविष्य में भी कार्यों में लापरवाही या विलंब पाया गया, तो और सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। यह कदम जल संरक्षण और गंगा पुनर्जीवन जैसे महत्वपूर्ण अभियानों को समय पर पूरा कराने की दिशा में लिया गया एक सख्त संदेश माना जा रहा है।