मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में इतिहास खुद ज़मीन से बाहर निकल आया। आष्टा तहसील के अरनिया दाऊद गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान निर्माण करवा रहे सुरेश श्रीवास्तव के घर की नींव खुदाई के दौरान चौंकाने वाला नज़ारा सामने आया। मिट्टी के ढेर में अचानक चमकते हुए मुगलकालीन चांदी के सिक्के नजर आए, जिसे देख परिवार दंग रह गया।
खबर आग की तरह फैलते हुए प्रशासन तक पहुंच गई। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने खुदाई स्थल की जांच की और कुल 85 चांदी के पुराने सिक्के जब्त कर ट्रेजरी में जमा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। आष्टा तहसीलदार राम पगारे ने पुष्टि की कि सिक्कों को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है।
🔍 इससे पहले भी मिल चुके हैं पुराने सिक्के
ऐसा ही एक मामला पहले शहडोल जिले में भी सामने आ चुका है, जहां शिक्षक पूरन सिंह अपनी ज़मीन पर मकान बनवा रहे थे। तभी मजदूरों को सिक्कों का खजाना मिला, जिसे उन्होंने चुपचाप आपस में बांट लिया। लेकिन अगली सुबह विवाद होने पर मामला खुल गया और पुलिस ने 51 चांदी व 2 सोने के सिक्के जब्त किए।
⛏️ क्या और भी गहराई में छुपे हैं ऐतिहासिक रहस्य
इस तरह के मामलों से एक बार फिर यह साबित होता है कि भारत की धरती अपने भीतर इतिहास के अनगिनत रहस्य छुपाए हुए है। जरूरी है कि ऐसे मामलों में पुरातत्व विभाग की विस्तृत जांच हो, ताकि देश की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजा जा सके।