सोयाबीन किसानों को बड़ी राहत: 3 अक्टूबर से बैंक खातों में आएगा मुआवजा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया ऐलान, 26 से ज्यादा जिलों के किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

मध्यप्रदेश के लाखों किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि राज्यभर में प्रभावित सोयाबीन किसानों के बैंक खातों में 3 अक्टूबर 2025 से मुआवजा राशि सीधे ट्रांसफर की जाएगी।
क्यों मिल रहा है मुआवजा
इस साल प्राकृतिक आपदाओं, ओलावृष्टि, अतिवृष्टि और कीटों के हमले से सोयाबीन की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है। किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। ऐसे में सरकार ने किसानों की आर्थिक मदद के लिए राहत राशि देने का फैसला किया है।
मुआवजा कैसे मिलेगा
किसानों के खातों में राशि सीधे DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए जाएगी।
प्रत्येक जिले में एसडीएम, तहसीलदार और पटवारी की टीम निगरानी करेगी।
यह राशि केवल उन किसानों को मिलेगी जिनकी फसलें सर्वे में प्रभावित पाई गई हैं।
किसे मिलेगा फायदा
लगभग 26 से 30 जिलों के सोयाबीन किसानों को यह राहत राशि दी जाएगी। इनमें वे किसान शामिल हैं जिनकी फसलें प्राकृतिक आपदाओं या कीटों के कारण नष्ट हो गई हैं।
कितनी राशि मिलेगी
सरकार ने इस मुआवजा कार्यक्रम के लिए लगभग 680 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
प्रति हेक्टेयर मुआवजा: ₹11,000 से ₹27,000 तक
प्रति बीघा मुआवजा: ₹3,500 से ₹4,500 तक
फसल बीमा का क्या होगा
किसानों के सवालों का जवाब देते हुए सरकार ने कहा है कि फसल बीमा की राशि भी जल्द मिलेगी। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बीमा सर्वे की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए ताकि किसानों को समय पर राहत मिल सके।
किसानों के लिए बड़ी राहत
यह मुआवजा उन किसानों के लिए संजीवनी साबित होगा, जिनकी पूरी फसल बर्बाद हो गई थी। राज्य सरकार का दावा है कि यह राशि किसानों की तत्काल आर्थिक समस्या को दूर करेगी और उन्हें फिर से खेती करने में मदद करेगी।