Mauganj News: मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में आदिवासी परिवार ने एक युवक को बंधक बनाकर उसकी बेरहमी से पिटाई की। जब पुलिस टीम उसे बचाने पहुंची, तो आरोपियों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
क्या है पूरा मामला
सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले एक हादसे में अशोक कुमार आदिवासी की मौत हो गई थी। आदिवासी परिवार का मानना था कि यह हादसा नहीं बल्कि हत्या है, और उन्होंने सनी द्विवेदी नामक युवक को इसका जिम्मेदार ठहराया।
होली के दिन, शाम करीब 4 बजे, आक्रोशित परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी बुरी तरह पिटाई की। इस हमले में सनी की मौत हो गई।
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पुलिस टीम पर हमला
जब इस घटना की सूचना पुलिस को मिली, तो शाहपुर थाना प्रभारी संदीप भारतीय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला, तो सनी द्विवेदी का शव मिला। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने हमला कर दिया।
इस हिंसक हमले में थाना प्रभारी संदीप भारतीय, हनुमना तहसीलदार कुंवारे लाल पनिका, एएसआई बृहस्पति पटेल, एएसआई राम चरण गौतम, एसडीओपी अंकिता सूल्या और 25वीं बटालियन के जवान जवाहर सिंह यादव समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
एसडीओपी और एसआई ने खुद को कमरे में बंद किया
स्थिति बेकाबू होते देख एसडीओपी अंकिता सूल्या और एसआई आरती वर्मा ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। इसके बाद भारी पुलिस बल बुलाया गया।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने फायरिंग की और पूरे गांव में धारा 144 लागू कर दी गई। पुलिस टीम ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन एएसआई राम चरण गौतम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
गांव में तैनात भारी पुलिस बल
स्थिति को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन पूरे मामले की जांच में जुट गया है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है।