आधार कार्ड से जुड़ी ये गलतियां दिला सकती हैं जुर्माना और जेल की सजा

आधार कार्ड में गलत जानकारी देना या दूसरों की पहचान का दुरुपयोग करना कानूनन अपराध है। जानें इससे जुड़ी सजाएं, जुर्माना और खुद को फ्रॉड से बचाने के उपाय

आधार कार्ड हर भारतीय की पहचान का एक बेहद जरूरी दस्तावेज है। इसका उपयोग बैंकिंग, सिम कार्ड, राशन, सरकारी योजनाओं, टैक्स और अन्य कई सरकारी सेवाओं में किया जाता है। लेकिन कई लोग इसकी गंभीरता को नजरअंदाज कर गलत जानकारियां भरते हैं या इसका दुरुपयोग करते हैं — जो न सिर्फ खतरनाक है, बल्कि कानूनन जुर्म भी है।

गलत जानकारी देना अपराध है

अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर आधार में गलत नाम, पता, जन्मतिथि या मोबाइल नंबर दर्ज कराता है, तो यह अपराध की श्रेणी में आता है। इसके अलावा, यदि कोई किसी और की पहचान या फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर आधार बनवाता है, तो उस पर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) सख्त कार्रवाई कर सकता है।

Aadhaar Act, 2016 के अंतर्गत सजा और जुर्माना

धारा 38: अगर कोई किसी और के आधार या बायोमेट्रिक डेटा का दुरुपयोग करता है, तो उसे ₹10,000 से ₹1,00,000 तक जुर्माना और तीन साल तक जेल हो सकती है।

धारा 39: बिना अनुमति के किसी की आधार जानकारी जुटाना या साझा करना भी तीन साल तक की सजा और जुर्माने के दायरे में आता है।

कैसे बचें आधार फ्रॉड से

1. आधार में कभी भी गलत जानकारी न भरें।

2. किसी और की पहचान या दस्तावेज़ का उपयोग न करें।

3. किसी अनधिकृत वेबसाइट या एजेंट को आधार की जानकारी न दें।

4. अपना मोबाइल नंबर आधार से जरूर लिंक रखें।

5. mAadhaar ऐप या UIDAI वेबसाइट से Aadhaar Activity Log समय-समय पर जांचते रहें।

अगर आधार का गलत इस्तेमाल हो जाए तो क्या करें

अगर आपको लगता है कि आपके आधार का गलत उपयोग हुआ है या जानकारी गलत है, तो तुरंत UIDAI की हेल्पलाइन 1947 पर कॉल करें या help@uidai.gov.in पर ईमेल करें। UIDAI आवश्यक कार्रवाई करेगा और जरूरत पड़ने पर आपका आधार लॉक या अपडेट भी कर सकता है।

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