What Is Love ‘प्यार क्या है। प्यार के नाम पर ये कपल क्या कर रहे देखे
दोस्तो लोग प्यार को कई अलग अलग निगाहों से देखते है। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोग प्यार का नाम दिए हुऐ है। जबकि प्यार प्रेम एक मोह है। जो किसी से भी हों सकता है। ये प्यार बतसूरत, अच्छा ना दिखने वालो से क्यों नही होता ,अक्सर प्यार उन्ही से ही क्यों होता है जो हॉट सुंदर, अट्रेटिव दिखते है।
दरअसल प्रेम या प्यार किसी से भी हों सकता है। ये तो भला हो बॉलीवुड 2010 के दसक का जहा प्यार का मतलब रोमांटिक से जोड़ दिया, फिर रोमांटिक को सेक्स से शायद यही कारण है की आज कल लोग प्यार को इन निगाहों से देखने लगते है।
आज कल एक और उदाहरण है की कई अंग्रेजी दिन भी प्यार के लिए बने हुऐ है जैसे वेलेंटाइन डे, किस डे, रोज डे, यानी प्रेमियों को जोड़ो को उस दिन यही सब करना पड़ेगा। कमाल है ना जिस देश में प्रेम माने तो इतिहासी गवाही देता है उस देश में प्रेम को प्यार का नाम देकर लोग शारीरिक संबंध बनाकर भूल जाते है। इंटरनेट पर कुछ जानकारी हाथ लगी सोचा आपसे भी रूबरू कर दू ,तो चलिए शुरू करते हैं
क्या होता है प्यार
जी नही अगर आप इस सवाल का जबाव पूछ रहे है तो प्यार नही होता , अब आप सोच रहे है की मैं क्या लिख रहा हूं ,पर ये सच है। प्यार स्वार्थ और लोभ के बुनियादो से होता है ये चंद कुछ घंटो में हो जाता है। प्यार करने वाले, हर हद से गुजर जाते है।
किसी को कोई नही मिला तो खुद को खत्म तक कर देते है। कोई प्यार को शारीरिक संबंध,मानता है तो कोई धोका फरेब ,अगर मैं गलत हूं तो कोई ऐसा उदाहरण बताई जो मुझे संतुष्ट कर सके। यहां तक की लव मैरिज तक लोगों की सफल नही हो पाती अक्सर प्यार शादी के बाद दुखदाई हो जाता है। प्यार जो स्वार्थ की बुनियाद से बनता है इसी को कहते है प्यार।
प्रेम क्या है।
प्रेम वो सच है जिसमे कुछ नही होता। जैसे दो दोस्त महीनो के बाद भी मिले तो शिकायत नहीं करते, और उधर प्यार में दो महीनो में कई से हो जाए, प्रेम दया ,करुणा, सच पर खरा उतरता , एक प्रेमी किसी से भी प्रेम कर सकता है उसे सुंदरता, या अन्य कोई वजह की जरूरत नही होती। निश्वर्थ भाव से प्रेम होता है। अगर करने वाले हो तो प्रेम इंसान को भगवान तक बना सकता है।
इस फोटो में जो दिख रहा वो स्वार्थ की पूर्ति ,प्यार है। जिससे दो जोड़ो एक दूसरे की काम वासना को पूरा कर रहे । हम ये नही कहते की प्यार मत करो ,करो पर प्यार प्रेम से करो धन्यवाद