जानकारी के अनुसार खराब मौसम की वजह से भारत में कंस्ट्रक्शन का काम भी धीमा पड़ चुका है, जिसकी वजह से सरियों का दाम गिरता जा रहा है।
पंजाब के कई बड़े शहर, लुधियाना, जालंधर,अमृतसर,सहित लगभग 15 शहरों में सरियों के दाम 30000 प्रति टन हो गए हैं जिन में गिरावट दर्ज की गई है।
जिन लोगों को अपना घर बनाना है, या निर्माण कराना है। उन लोगों के लिए राहत की बात है, क्योंकि निर्माण में लगने वाले सामान थोड़े सस्ते नजर आ रहे हैं। एक समय ऐसा भी था जब सरियों के दाम आसमान छू रहे थे, लेकिन जैसे ही तेल के दाम कम हुए, वैसे ही सरिया और सीमेंट दोनों के दाम कम हो गए हैं। आप अपने नजदीकी थोक रेट पता कर सकते है।
लेकिन अभी भी आम आदमी के लिए सीमेंट खरीद पाना मुश्किल है, लेकिन फिर भी लोग थोड़ी राहत महसूस कर सकते हैं, वही सरिए के भाव एक समय पर 8400 रूपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गए थे लेकिन अब गर्मी आ गई है, जहां सरिया अब 5500 रुपए प्रति क्विंटल तक आ गया है।
लगभग सभी राज्यों में अब सरियों के दाम 6500 रुपए प्रति क्विंटल से कम है, और इस महीने सरियों के दाम में और भी कमी देखी जा सकती है।
भारत में गर्मियों के सीजन में निर्माण कार्य लगभग कम होते हैं, और सरियों की मांग कम और सप्लाई ज्यादा हो जाएगी इस वजह से भी सरियों के दाम में गिरावट देखने को मिलेगी।
मध्य प्रदेश के कई शहरों में जैसे रीवा, सतना, सीधी, शहडोल, उमरिया, भोपाल, जैसे शहरों में लोहे के दाम में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं कई अन्य बड़े शहरों में भी लोहे के दामों में गिरावट दर्ज की गई है।
इसकी वजह से सभी दुकानदार लोहे के स्टाक को जमा करते जा रहे हैं, और ग्राहकों को उसका फायदा नहीं दे रहे हैं।
सीमेंट की कीमतें भी आसमान छूती जा रही थी, जिसकी वजह से आम आदमी को अपना घर बनाने में बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, वही अब अचानक से सरियों की कीमत 32000 टन से नीचे आ गई है, जिसका सीधे-सीधे उपभोक्ता को फायदा हो रहा है, वही सीमेंट की कीमतों में भी अब कमी आई है और सीमेंट भी सामान्य कीमत पर मिल रहा है। जिसकी वजह से आम लोगों को राहत मिली है।