CORRUPTION NEWS : पन्ना जिले में एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग पूरी नहीं करने पर एक तहसीलदार को कोपभाजन बनने का मामला सामने आया है। जहां महिला लाभार्थी सुनीता गुप्ता के नवनिर्मित प्रधानमंत्री आवास को कथित तौर पर तोड़ दिया गया। पटवारी ने कथित तौर पर नकद में रिश्वत ली थी, लेकिन उक्त पैसा लाभार्थी को फोन-पे के माध्यम से वापस कर दिया गया था।
ऐसा कहा जाता है कि लाभार्थी ने पहली किस्त में 10,000 रुपये नकद दिए और शेष 90,000 रुपये बाद में देने का वादा किया। लेकिन दो महीने तक 90 हजार रुपए नहीं चुकाने पर तहसीलदार ने दो बार नोटिस जारी कर उन्हें उपस्थित होने के लिए बुलाया और अब मकान पर बुलडोजर चला दिया गया।
जियो टैग के बावजूद लाभार्थी के पास निर्माण स्वीकृति, नल कनेक्शन स्वीकृति, लाइटिंग स्वीकृति, भवन प्रमाण पत्र, नगर निगम टैक्स रसीद, मकान की फोटो सहित सभी दस्तावेज मौजूद थे। इसके बावजूद बंद पड़े लाभुकों के प्रधानमंत्री आवास को बुलडोजर से पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लाड़ली बहना योजना के तहत हितग्राही सुनीता गुप्ता को प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था।