भोपाल में 7 और 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अफसरों के साथ अपनी पहली फिजिकल कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं। यह बैठक कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हॉल) में होगी। इसमें सभी कलेक्टर, कमिश्नर, एमपी-आईजी और डीआईजी शामिल होंगे।
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने इस सम्मेलन के लिए आठ प्रमुख मुद्दे तय किए हैं, जिन पर विस्तृत चर्चा होगी। इसके आधार पर मुख्यमंत्री प्रदेश के विकास का सालभर का रोडमैप तैयार करेंगे।
मुख्य एजेंडे क्या हैं
कृषि – खाद-बीज, सिंचाई योजना, प्राकृतिक खेती और दूध उत्पादन।
नगरीय प्रशासन – पीएम आवास योजना, अमृत योजना और स्वच्छ भारत मिशन।
गुड गवर्नेंस – राजस्व मामलों का डिजिटलाइजेशन और भूमि अधिग्रहण।
कानून व्यवस्था – अपराध नियंत्रण, रोड सेफ्टी और एयर एंबुलेंस।
आदिवासी व ग्रामीण विकास – मनरेगा, पंचायती राज और आदिवासी बोर्डिंग स्कूल।
रोजगार व उद्योग – स्किल डेवलपमेंट, स्टार्टअप्स और पीएम गतिशक्ति।
स्वास्थ्य व पोषण – सिकल सेल, पोषण और अस्पतालों की अधोसंरचना।
कॉन्फ्रेंस की खासियत
जिला पंचायत सीईओ और नगरीय निकायों के कमिश्नर भी हिस्सा लेंगे।
ग्रुप डिस्कशन के जरिए समन्वय (Coordination) पर जोर दिया जाएगा।
आईएएस और पुलिस अधिकारियों का संयुक्त सत्र भी होगा।
दो दिनों में आठ सत्र रखे गए हैं।
पहले मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अधिकारियों से संवाद करते थे, लेकिन यह पहली बार है जब वे आमने-सामने बात करेंगे। बैठक के बाद बनने वाले रोडमैप की मॉनिटरिंग की भी योजना है।