CM Shivraj Singh Chauhan: खुशखबरी अब दीनदयाल रसोई योजना में ₹5 में मिलेगी भोजन थाली गरीबों को भरपेट मिलेगा खाना!

CM Shivraj Singh Chauhan: खुशखबरी अब दीनदयाल रसोई योजना में ₹5 में मिलेगी भोजन थाली गरीबों को भरपेट मिलेगा खाना!
दीनदयाल रसोई योजना: मेरे प्यारे मध्य प्रदेशवासियों, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कैबिनेट बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। आपने दीनदयाल रसोई योजना तो सुनी ही होगी, अब शहरी गरीबों को ₹5 में भरपेट भोजन उपलब्ध कराने की घोषणा की गई है। पहले दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत 10 रुपये में थाली मिलती थी. इस योजना के तहत अब तक 2 करोड़ से ज्यादा थालियां बांटी जा चुकी हैं.
आज हम आपको दीनदयाल रसोई योजना के बारे में पूरी जानकारी देंगे। इस योजना के तहत किस शहर में खाना मिलता है, कितने रसोईघर हैं और कहां-कहां रसोईघर स्थापित हैं और कहां खाने की थाली मिलती है, इसकी जानकारी ली जाएगी। पहले दीनदयाल रसोई योजना के तहत रसोई का संचालन स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा किया जाता था, लेकिन अब मुख्यमंत्री के फैसले के बाद इन्हें शहरी एजेंसियों द्वारा चलाया जाएगा.
दीनदयाल रसोई योजना से गरीबों को फायदा, ₹5 में भरपेट भोजन मिलता है। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों से व्यवसाय और मजदूरी के लिए आने वाले गरीब परिवारों के लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। आश्रय स्थलों एवं रैन बसेरों में रसोई एवं भोजन वितरण की व्यवस्था की जायेगी। अब गरीबों को पौष्टिक भोजन के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
दीनदयाल रसोई योजना अब नगर निगम खुद चलाएगा
दीनदयाल रसोई योजना पहले स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित की जाती थी लेकिन अब से इसे नगर निकायों द्वारा संचालित किया जाएगा। प्रदेश की 55 नगर पालिकाओं में अब करीब 145 नये स्थानों पर रसोई केन्द्र संचालित किये जायेंगे कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मां की खाली जैसी कोई योजना नहीं है
दीनदयाल रसोई योजना पौष्टिक थाली यहां पाई जा सकती है
दीनदयाल रसोई योजना के तहत कुल 10 श्रेणियों में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें भोपाल, चंबल , ग्वालियर, होशंगाबाद, इंदौर, जबलपुर, रीवा, सागर, शहडोल , उज्जैन प्रमुख हैं। इनमें से भोपाल में 5 स्थान, इंदौर में 8 स्थान, ग्वालियर में 5 स्थान, उज्जन में 5 स्थान और जबलपुर में 5 स्थान पर भोजन की थालियां उपलब्ध हैं। इसके अलावा लगभग 45 नागरिक संगठनों के पास रसोई की सुविधा है।