मध्यप्रदेश के हरदा में करणी सेना परिवार के आंदोलन के दौरान हुए लाठीचार्ज मामले ने तूल पकड़ लिया था। अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस गंभीर घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है।
सीएम ने हरदा के एडिशनल एसपी, एसडीएम और एसडीओपी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इसके अलावा कोतवाली टीआई और ट्रैफिक थाने के प्रभारी को नर्मदापुरम आईजी ऑफिस में अटैच कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि 13 जुलाई को हरदा जिले के राजपूत छात्रावास में जो घटना घटी, उसकी जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को संवेदनशीलता से नहीं संभाला। अनुचित बल प्रयोग के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई आवश्यक थी।
मुख्यमंत्री ने 16 जुलाई को दुबई यात्रा के दौरान ही इस घटना की जांच के आदेश दिए थे। रिपोर्ट में लापरवाही सामने आने के बाद उन्होंने तुरंत यह सख्त निर्णय लिया।
बताया जा रहा है कि इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के विधायकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की थी।
यह कदम न सिर्फ कानून व्यवस्था में पारदर्शिता की ओर इशारा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सरकार संवेदनशील मामलों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी।