Manoj Parmar Suicide: ईडी की छापेमारी के बाद आष्टा के कारोबारी मनोज परमार ने पत्नी के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मनोज की मौत के बाद सोशल मीडिया पर 6 पन्नों का एक सुसाइड नोट वायरल हो रहा है, जो कथित तौर पर मनोज परमार ने मरने से पहले लिखा था। नोट में ईडी और उसके अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसमें खास तौर पर लिखा है- ईडी के अधिकारी कहते रहे कि अगर आपका (मनोज) परिवार बीजेपी में होता तो आपके खिलाफ केस नहीं होता। आपके बच्चे राहुल गांधी से मिलते हैं। राहुल गांधी के पास कितनी संपत्ति है? तुम्हें पता होना चाहिए। यहां तक कि राहुल गांधी भी आपकी मदद नहीं कर सकते। हम उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे।
MP Breaking: उद्योगपति मनोज परमार ने पत्नी के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, शव के पास मिला सुसाइड नोट
सुसाइड नोट में कारोबारी ने दर्द बयां किया
ये सब बातें सीहोर जिले के आष्टा में आज अपनी पत्नी के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले कारोबारी मनोज परमार ने अपने सुसाइड नोट में लिखी हैं। मौत से पहले लिखी चिट्ठी के हर पन्ने में दंपत्ति का दर्द बयां है, उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कई न्यूज चैनलों को भी पत्र लिखकर ईडी अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
घर पर रखे 10 लाख रुपए और 70 ग्राम सोने की ज्वैलरी लेकर गए
मृतक मनोज परमार ने सुसाइड नोट में लिखा, “सेशन कोर्ट आष्टा और CBI कोर्ट भोपाल में 2017 से एक ही घटना की दो FIR में ट्रायल झेल रहा हूं। जिसमें 2023 फरवरी में आष्टा कोर्ट का जजमेंट हो चुका है। इसकी दूसरी FIR का CBI कोर्ट भोपाल में ट्रायल चल रहा है। तीसरी बार मेरे घर पर 05/12/24 को ED ने सुबह 5 बजे रेड की, जिसमें उन्होंने पूरे घर की सर्चिग की। लगभग रात 9 बजे कुछ दस्तावेज और मेरे घर पर रखे 10 लाख रुपए और 70 ग्राम सोने की ज्वैलरी लेकर गए।
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10 लाख रुपए अपने रिश्तेदार से लिए थे
10 लाख रुपए दो दिन पहले ही मैंने अपने रिश्तेदार दिनेश परमार से लिए थे, जो शराब ठेकेदार हैं। मेरी पत्नी जिसका 2013 का बैंक ऑफ बड़ौदा का लोन है, उसका O.T.S करने के लिए उधार लाया था। वह सारा रुपया भी ED के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत कुमार साहू और उनका साथी राधेश्याम विश्नोई लेकर गए। मुझे जब पंचनामा दिया, उसमें न कहीं पर 10 लाख रुपए का जिक्र था और न ही 70 ग्राम सोने की जब्ती का।”
‘कन्धों पर जूते सहित पैर रखे और कहा- ‘तेरी यही औकात है’
उन्होंने यह भी बताया कि अधिकारी संजीत कुमार साहू ने सर्चिंग के दौरान मेरे कन्धों पर अपने जूते सहित पैर रखे और कहा- ‘तेरी यही औकात है। अगर बच्चों को जिंदा रखना चाहता है तो उन्हें भाजपा ज्वाइन करवा दे। सीबीआई केस में तेरी जमानत हो गई। इस केस में केजरीवाल, डी के शिवकुमार और हेमंत सोरेन से पूछना। जीवन भर जमानत नहीं होगी। परिवार वालों को राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो बनाने बोल और अपलोड करवाना शुरू कर दे।’
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राहुल गांधी से निवेदन – “बच्चों को अकेला मत छोड़ना”
मृतक कारोबारी ने कांग्रेस पार्टी तमाम नेताओं, खासकर राहुल गांधी से निवेदन किया कि “पार्टी से जुड़ने की वजह से हमें परेशान किया जा रहा है। जिसके कारण मुझे आत्महत्या करना पड़ रहा है। मेरे मरने के बाद इन बच्चों की जिम्मेदारी आप की ओर कांग्रेस पार्टी की है। जिससे कांग्रेस के लोगों में यह संदेश जाए कि कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है। मेरी मौत को जाया मत होने देना। यह बच्चे अगर इस परिस्थिति में नहीं टूटे तो कभी नहीं टूटेंगे राहुल जी बच्चों को अकेला मत छोड़ना।”