मध्यप्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। सोमवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश का दौर जारी रहा। मंडला में 9 घंटे में 2 इंच पानी गिरा, वहीं खरगोन में डेढ़ इंच और टीकमगढ़ व उमरिया में आधा इंच बारिश दर्ज की गई।
इन जिलों में बरसे बदरा
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, गुना, छिंदवाड़ा, सागर, खजुराहो, सीहोर, विदिशा, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, राजगढ़ और सीधी सहित कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश होती रही।
कहाँ कितना तापमान
बारिश के चलते दिन के तापमान में गिरावट देखी गई। भोपाल में अधिकतम तापमान 32°C, इंदौर में 30°C, ग्वालियर में 34°C, उज्जैन में 33°C और जबलपुर में 32°C रिकॉर्ड किया गया। पचमढ़ी में तो दिन का तापमान गिरकर 25.4°C तक पहुंच गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। वहीं देवरा में 35.4°C सबसे ज्यादा गर्म रहा।
कहाँ हुई सबसे ज्यादा बारिश
प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। बड़ौदा में 174 मिमी, सबलगढ़ में 152 मिमी, खातेगांव में 140 मिमी, सतवास में 112 मिमी, पिपलोदा में 108 मिमी, बागली में 107 मिमी और बदरवास में 105 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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मौसम विभाग का पूर्वानुमान
प्रदेश में दो बड़े मौसमी सिस्टम सक्रिय हैं — एक चक्रवाती दबाव उत्तरी मध्यप्रदेश के पास बना हुआ है और दूसरी ट्रफ लाइन बंगाल की खाड़ी तक फैली है। साथ ही एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है, जिससे बारिश का असर और बढ़ गया है।
अलर्ट की स्थिति
अगले दो दिन तक इंदौर और आसपास के जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। 15 जुलाई के बाद बारिश में कुछ कमी आने की संभावना जताई गई है।
रेड और येलो अलर्ट वाले जिले
रेड अलर्ट (अत्यधिक भारी बारिश): भोपाल, रायसेन, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, उज्जैन, देवास, शाजापुर, नीमच, मंदसौर, राजगढ़, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर
येलो अलर्ट (सावधानी जरूरी): सीहोर, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, कटनी, जबलपुर, पन्ना, दमोह, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, बड़वानी, शहडोल, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर, मैहर, पांढुर्ना
प्रदेश में मानसून का असर फिलहाल बना रहेगा। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और अनावश्यक यात्रा से बचें।