MP NEWS: शिवराज सरकार संविदा कर्मियों पर मेहरबान संविदा कर्मचारियों पर सौगातों की बरसात!

MP NEWS: शिवराज सरकार संविदा कर्मियों पर मेहरबान संविदा कर्मचारियों पर सौगातों की बरसात!

MP Samaveda Karamhari सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के संविदा कर्मचारियों को कई बड़ी सौगातें देते हुए हर साल संविदा कर्मचारियों को खत्म करने का ऐलान किया है

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी को राष्ट्रीय पेंशन योजना का लाभ दिया जायेगा. वहीं अब वेतन की गणना 90 फीसदी की जगह 100 फीसदी के आधार पर की जाएगी साथ ही स्वास्थ्य बीमा योजना और अनुकंपा नियुक्ति का लाभ भी दिया जायेगा

रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी भी मिलेगी. नियमित पदों पर भर्ती में 50% आरक्षण दिया जाएगा और सभी छुट्टियाँ नियमित कर्मचारियों के खाते में दी जाएंगी महिलाओं को समान रूप से मातृत्व अवकाश मिलेगा काटा गया वेतन भी वापस कर दिया जाएगा और कोई केस भी नहीं बनेगा।

महत्वपूर्ण घोषणाएँ 

संविदा कर्मचारियों की नवीनीकरण प्रक्रिया हर वर्ष समाप्त हो जायेगी।

राष्ट्रीय पेंशन योजना का लाभ दिया जाएगा।  स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा।

संविदा कर्मचारियों को अनुकंपा नियुक्ति का भी लाभ मिलेगा

कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी की व्यवस्था होगी

नियमित पदों पर भर्ती में संविदा कर्मचारियों के लिए 50% पद आरक्षित रहेंगे सामान्य कर्मचारियों की छुट्टियों के साथ मातृत्व अवकाश भी प्रदान किया जाएगा।

संविदा कर्मचारियों को सामान्य कर्मचारियों की तरह आकस्मिक अवकाश अर्जित अवकाश मिलेगा। संविदा कर्मचारियों के वेतन की कटौती की गई राशि वापस की जाएगी।

मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि संविदा कर्मचारी किसी भी तरह से नियमित कर्मचारियों से कमतर नहीं हैं

और नियमित एवं संविदा कर्मचारी कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं उन्होंने कहा कि ‘आप मेरे बाएं हाथ हैं, आप मेरे दाहिने हाथ हैं और आप मेरा दिल भी हैं

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के नए भवन की नींव भी संविदा कर्मचारी ही हैं। राज्य में करीब 2.5 लाख संविदा कर्मचारी हैं और इस घोषणा से उन सभी को फायदा हुआ है एमपी चुनाव 2023 से पहले ये बेहद अहम घोषणाएं हैं

क्योंकि लंबे समय से राज्य के संविदा कर्मचारियों में सरकार के प्रति काफी नाराजगी थी लेकिन अब इन घोषणाओं से सीएम शिवराज ने उन्हें काफी हद तक संतुष्ट कर दिया है हालाँकि नियमित बनने का उनका सपना अभी भी अधूरा है।

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