नया वित्तीय वर्ष: मध्यप्रदेश में ई-पंजीयन प्रणाली में बड़ा बदलाव, जानें नई प्रक्रिया
New financial year brings big changes in e-registration system in Madhya Pradesh, know the new process

प्रदेश में ई-पंजीयन प्रणाली में बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है। 1 अप्रैल से संपदा-1 पोर्टल पूरी तरह बंद हो जाएगा, और संपदा-2 पर ही रजिस्ट्रियां और स्टांपिंग की जा सकेगी। अगर आप संपदा-1 से रजिस्ट्री कराना चाहते हैं, तो आपके पास 30 और 31 मार्च का ही समय बचा है।
क्या है नया बदलाव
संपदा-2 की अनिवार्यता: अप्रैल 2024 से संपदा-2 पोर्टल को चार जिलों में प्रायोगिक रूप से शुरू किया गया था, जिसे अब पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है।
संपदा-1 का समापन: 31 मार्च के बाद संपदा-1 से कोई भी दस्तावेज या ई-स्टांपिंग संभव नहीं होगी।
बड़ी उपलब्धि: संपदा-2 के माध्यम से फरवरी 2025 तक 2.19 लाख रजिस्ट्रियां और 1.10 लाख ई-स्टांप जारी किए जा चुके हैं।
आखिरी तारीख से पहले क्या करें
सेवा प्रदाता 31 मार्च तक क्रेडिट लिमिट का उपयोग कर लें।
30 मार्च को नवीन क्रेडिट लिमिट लेना बंद हो जाएगा।
31 मार्च के लिए रजिस्ट्री करनी है तो शुल्क पहले जमा करें।
संपदा-1 से रजिस्टर्ड दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच करें, कोई गलती हो तो उन्हें न जारी करें।
ई-स्टांप रिफंड के लिए 31 मार्च तक आवेदन करें।
क्या होगा अगर 31 मार्च तक कार्रवाई पूरी नहीं हुई?
संपदा-1 में किए गए रजिस्ट्रेशन अप्रैल में स्थानांतरित नहीं होंगे।
बचे हुए अपंजीकृत दस्तावेजों को जल्द से जल्द निपटाना होगा।
अंतिम दिन तक हुए पंजीकरण के प्रिंट तत्काल पक्षकारों को दिए जाएं।
अगर आप संपदा-1 से कोई भी रजिस्ट्रेशन या स्टांपिंग करवाने की योजना बना रहे हैं, तो 31 मार्च से पहले यह कार्य पूरा कर लें। 1 अप्रैल से संपदा-2 पूरी तरह लागू हो जाएगा, जिससे ई-पंजीयन प्रक्रिया अधिक सुव्यवस्थित और डिजिटल होगी।