अब सड़कों का निर्माण फैक्ट्री में! नितिन गडकरी की नई तकनीक से भारत में आएगा सड़क क्रांति

फैक्ट्री में बनेंगी सड़कें, निर्माण में आएगी क्रांति,नई प्री-कास्ट तकनीक से तेज और टिकाऊ सड़कें,गडकरी का दावा: 2047 तक भारत की सड़कें होंगी अमेरिका से बेहतर

भारत में सड़क निर्माण की दिशा में बड़ा बदलाव आने वाला है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक नई तकनीक को अपनाने की घोषणा की है, जिससे सड़कें अब निर्माण स्थल पर नहीं, बल्कि फैक्ट्री में तैयार की जाएंगी। यह पहल न केवल काम की रफ्तार बढ़ाएगी, बल्कि लागत में कटौती और गुणवत्ता में सुधार भी सुनिश्चित करेगी।

गडकरी ने इस तकनीक का उल्लेख उत्तर प्रदेश के एक कार्यक्रम में किया, जहां उन्होंने मलेशिया की उन्नत ‘प्री-कास्ट’ तकनीक के फायदों को साझा किया। इस प्रक्रिया में सड़क का मुख्य कंक्रीट भाग साइट पर डाला जाएगा, जबकि नालियां और अन्य संरचनाएं फैक्ट्री में पहले से तैयार होकर आएंगी। इससे निर्माण तेज, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बन जाएगा।

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गडकरी ने बताया कि इस आधुनिक तकनीक का उपयोग पहले चेन्नई मेट्रो में भी सफलतापूर्वक हो चुका है, जहां इससे करोड़ों की बचत हुई थी। उदाहरण के तौर पर, 120 मीटर की दूरी के लिए अब सिर्फ दो पिलर की जरूरत होगी, जिससे अतिरिक्त पिलर की लागत बचेगी।

सुरक्षा पर भी रहेगा खास ध्यान

सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए भी कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं। डिवाइडर की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी और उसके दोनों तरफ दीवारें बनाई जाएंगी, जिससे लोग सड़कों को गलत तरीके से पार न कर सकें। साथ ही, प्री-कास्ट नालियां अनिवार्य की जाएंगी, ताकि जल निकासी की व्यवस्था भी बेहतर हो।

उत्तर प्रदेश में होगी शुरुआत

गडकरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके सलाहकारों से आग्रह किया कि इस तकनीक को उत्तर प्रदेश में लागू किया जाए। उनका मानना है कि यदि राज्य में यह मॉडल सफल होता है, तो देशभर में सड़क निर्माण में एक नई क्रांति आ सकती है।

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प्रशासनिक सुधार की भी जरूरत

गडकरी ने मंत्रालय में फाइलों की धीमी गति पर नाराजगी जताई और अधिकारियों को तेजी से निर्णय लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं की गति तब तक नहीं बढ़ेगी जब तक प्रशासनिक प्रक्रियाओं में सुधार नहीं होगा।

भविष्य की तकनीक: AIMC सिस्टम

गडकरी ने ‘ऑटोमेटेड एंड इंटेलिजेंट मशीन-असिस्टेड कंस्ट्रक्शन’ (AIMC) तकनीक को भी बढ़ावा देने की बात कही। यह सिस्टम हर निर्माण प्रक्रिया में रियल-टाइम डेटा देगा, जिससे काम की सटीकता और गुणवत्ता और बेहतर होगी।

नया भारत, नई सड़कें

गडकरी का सपना है कि भारत की सड़कें 2047 तक अमेरिका से भी बेहतर बनें। उनकी योजनाएं देश को एक मजबूत, सुरक्षित और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बुनियादी ढांचा प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।

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