मध्यप्रदेश में मानसून का असर तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने बुधवार को प्रदेश के 16 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, सागर और ग्वालियर-चंबल संभाग के जिले शामिल हैं। अनुमान है कि अगले 24 घंटों में इन जिलों में करीब साढ़े 4 इंच तक बारिश हो सकती है।
कहां-कहां हो सकती है भारी बारिश
ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, विदिशा, शाजापुर, रायसेन, देवास, धार, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके अलावा भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन सहित अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी है, जहां हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
भोपाल से लेकर डिंडौरी तक बारिश का असर
राजधानी भोपाल में बुधवार सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है। रतलाम में रातभर मूसलधार बारिश हुई, जो सुबह थमी। डिंडौरी, धार और अन्य जिलों में भी बारिश की खबरें आ रही हैं। लगातार हो रही बारिश से कई शहरों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
मंडला बना बारिश का हॉटस्पॉट
पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश मंडला जिले में दर्ज की गई है, जहां औसतन 5.2 इंच पानी गिरा। अन्य जिलों में भी बारिश का आंकड़ा कुछ इस तरह रहा:
उज्जैन: 2.2 इंच
नर्मदापुरम: 2 इंच
गुना: 1.9 इंच
सतना: 1.1 इंच
इंदौर, सीधी, नौगांव, भोपाल, खजुराहो, रीवा, दमोह समेत कई जिलों में भी अच्छी बारिश दर्ज की गई है।
खरगोन में नर्मदा उफान पर
खरगोन जिले में हो रही बारिश के कारण नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। अमावस्या के अवसर पर घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई, जिसको देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। महेश्वर में 10 मिमी, बड़वाह और सनावद में 7 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। जिले में अब तक औसतन 4 इंच बारिश हो चुकी है, जो पिछले वर्ष से अधिक है।
बारिश की वजह: दो टर्फ सिस्टम सक्रिय
प्रदेश में दो ट्रफ सिस्टम और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है, जिससे तेज बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, आगामी चार दिनों तक कई जिलों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।