मध्यप्रदेश के आधे हिस्से में बारिश का कहर टूट पड़ा है। राज्य के करीब 30 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में कई जगहों पर ढाई से 8 इंच तक बारिश होने की संभावना है। सबसे ज्यादा असर भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर-चंबल, नर्मदापुरम और सागर संभाग में देखा जाएगा, जबकि इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में हल्की बारिश की उम्मीद है।
बारिश से प्रदेश के सबसे ऊंचे झरने, मऊगंज जिले के बहुती जलप्रपात में पानी आ गया है, जिसकी ऊंचाई 198 मीटर है। झरने में पानी गिरने से वहां सैलानियों की भीड़ लगने लगी है। वहीं, श्योपुर जिले में सुबह से जारी मूसलधार बारिश के चलते विजयपुर की क्वारी नदी उफान पर आ गई है, जिससे निचली बस्तियों में जलभराव का खतरा मंडरा रहा है।
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सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि इस भीषण बारिश का कारण मध्यप्रदेश के ऊपर से गुजर रही मानसून टर्फ, साथ ही एक अन्य टर्फ और चक्रवातीय परिसंचरण (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) है। इनके चलते प्रदेश में अगले 4 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इन जिलों में अगले 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। इसके अलावा श्योपुर
राजगढ़, सीहोर, विदिशा, बैतूल, रायसेन, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, जबलपुर, मैहर, सतना, पन्ना और सीधी जिलों में भी भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में हल्की बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
नीमच, मंदसौर, विदिशा, रायसेन, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी यलो अलर्ट के तहत सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
लोगों से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और जलभराव या बाढ़ की आशंका वाले इलाकों में सावधानी बरतें।