मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में माता हरसिद्धि में गुरुवार की दोपहर महामाया के समीप दीपमालिका में अचानक आग लग गई। दीपक से धुआं उठता देख श्रद्धालुओं ने इसकी सूचना माता हरसिद्धि मंदिर के पुजारियों व संचालकों को दी। आग बुझाने के लिए दमकल को बुलाया गया और बावड़ी के पानी से आग पर काबू पाया गया। हालाँकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लोग दीवट में अचानक आग लगने को चमत्कारी मानते हैं, जबकि कुछ लोग आग के लिए दीवट के नीचे दिए दीपक को दोष देते हैं।
मां हरसिद्धि शक्तिपीठ मंदिर में गुरुवार की दोपहर अचानक एक दीपक जल उठा इसे मां का चमत्कार बताया गया। अचानक दीपक जलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मंदिर की ओर दौड़ पड़े, मंदिर में मौजूद पुजारी व प्रशासनिक अमले ने दमकल को सूचना दी। जहां दमकल की दो गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर पानी डालकर दीपक को बुझाया। पड़ोसियों ने बताया कि दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं जहां पहले दमकल कर्मी अज्ञात कारणों से आग नहीं बुझा पाए।
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि ऐसी घटनाएं सिंहस्थ से पहले भी हुई थीं। मंदिर के पुजारी राजू गुरु गोस्वामी ने कहा कि दीपालिका को हर शाम जलाया जाता है, जिसके लिए दीपालिका को ऊपर रखने के लिए तेल और लकड़ी का उपयोग किया जाता है। आज दक्षिण भारत से कुछ दर्शनार्थी आए, जिन्होंने दीपमालिक के नीचे अनेक दीप जलाए। तेल और लकड़ी का कचरा आग के संपर्क में आया और दीपक ने आग पकड़ ली। मां हरसिद्धि माता मंदिर के प्रबंधक अवधेश जोशी ने बताया कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है और पूरे मामले पर काबू पा लिया गया है।