MP News : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को मंत्रालय में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों से पूछा कि क्या सड़कों पर नमाज पढ़ने की स्थिति है। मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब अधिकारियों ने इस मामले से इनकार किया तो उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी कहीं से नहीं आनी चाहिए। कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं। व्यवस्था सुधारें नहीं तो अधिकारी हटाये जायेंगे। धार्मिक पूजा स्थलों में लाउडस्पीकर के अनियंत्रित उपयोग पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करें। महिलाओं से दुर्व्यवहार करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
कानून-व्यवस्था को लेकर सीएम ने क्या कहा ?
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन इलाकों में आपराधिक गतिविधियां ज्यादा हैं, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा जनजातीय कार्य विभाग की सहायता से ग्रामीण क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रयास करें। धार्मिक पूजा स्थलों पर लाउडस्पीकर के अप्रतिबंधित उपयोग पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। खुले स्थानों पर मांस की बिक्री पर भी नजर रखी जाए तथा डीजे पर भी नियंत्रण किया जाए। जुआ, सट्टा, संपत्ति संबंधी अपराध, धोखाधड़ी और साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए हर स्तर पर तत्काल उपाय किये जाएं।
व्यवस्था सुधारें नहीं तो हटाये जायेंगे
सीएम ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को रात में पुलिस स्टेशनों का औचक निरीक्षण करना चाहिए। आदतन अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। राज्य में कानून का राज होगा। इसे चुनौती देने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। 2.25 हजार गांवों की पुलिस स्टेशनों से दूरी घटी – पुलिस स्टेशनों की सीमाओं के पुनर्निर्धारण के कारण राज्य के 2216 गांव पुलिस स्टेशनों से दूरी कम हो गई है। इसी आधार पर जिले की सीमाओं की विसंगतियों को दूर कर थाने की सीमाओं का भी समायोजन किया जाए।
कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों को करें चिन्हित
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को उन क्षेत्रों की पहचान करने का निर्देश दिया है जहां बार-बार दंगे या कर्फ्यू की स्थिति उत्पन्न हुई है और एक कार्य योजना तैयार की जाए। ताकि ऐसे इलाकों में पुलिस और फायर ब्रिगेड आसानी से पहुंच सके, अगर कहीं अतिक्रमण है तो उसे स्थानीय एजेंसियों की मदद से हटाया जाए।