एक नाबालिग दुधमुही बच्ची को लेकर पहुंची हाईकोर्ट, अपनाने से मुकर गए परिजन

MP News : हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ की डबल बेंच में एक नाबालिग अपनी गोद में एक माह के बच्चे को लेकर पेश हुई। जब उसके परिजनों को उसे साथ ले जाने को कहा तो उन्होंने अपनी बेटी को अपनाने से साफ इंकार कर दिया। हाई कोर्ट ने जब नाबालिग से पूछताछ की तो उसने कहा कि उसे उसके ससुराल यानी उस युवक के परिवार के पास भेज दिया जाए जिसके साथ वह भागी थी। लेकिन कोर्ट ने भी ये कहते हुए इनकार कर दिया कि लड़की अभी नाबालिग है इसलिए उसे उसके परिजनों के साथ ही भेजा जा सकता है। हाईकोर्ट ने नाबालिग को नारी सुधार गृह भेज दिया।

कंपू के एक व्यक्ति ने अपनी बेटी को ढूंढने के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी। याचिका की सुनवाई और चर्चा के दौरान 16 जनवरी को याचिकाकर्ता की बेटी को कोर्ट में पेश किया गया। इसी दौरान वह गर्भवती हो गयी। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि उसने प्रेम प्रसंग के कारण घर छोड़ा था, साथ ही उसने अपने माता-पिता के साथ जाने से भी इनकार कर दिया था। फिर उन्हें महिला सुधार ग्रह पर भेज दिया गया। इस बीच, उन्हें कमलाराजा अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने जून में एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया।

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